ओ दादा धनंजय मुंडे को मंत्री पद मत देना बीड में किसने घेरा अजित पवार को
ओ दादा धनंजय मुंडे को मंत्री पद मत देना बीड में किसने घेरा अजित पवार को
Ajit Pawar News: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने बीड पहुंचकर सरपंच संतोष देशमुख के परिवार से मुलाकात की और उन्हें न्याय का भरोसा दिलाया. अपहरण के कुछ दिनों बाद सरपंच संतोष देशमुख की हत्या कर दी गई थी.
बीड: सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड से महाराष्ट्र में हड़कंप मच गया है. घटना के 13 दिन बाद राज्य के उप-मुख्यमंत्री अजित पवार मासाजोग गांव पहुंचे और देशमुख के परिवार को सांत्वना दी. इसी समय ग्रामीणों ने अजित दादा को घेर लिया. गांव वालों की मांग थी कि पूरे बीड जिले को बर्बाद कर दिया गया है और इसीलिए धनंजय मुंडे को कैबिनेट से हटाया जाए. संतोष देशमुख की शनिवार को तेरहवीं थी. सुबह में शरद पवार ने परिवार से मुलाकात की और दोपहर बाद डिप्टी सीएम अजित पवार मासाजोग गांव गए और संतोष देशमुख के परिवार से मिले.
मुलाकात के बाद अजित दादा यह कहकर गांव से चले गए कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. अजित पवार के कारवां में जाते समय मासाजोग के ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया. न्यूज18 मराठी के मुताबिक, ग्रामीणों ने अजित दादा से कहा, “धनंजय मुंडे को कैबिनेट से हटाओ, ओ दादा- धनंजय मुंडे को मंत्री पद मत देना. उन्हें कोई पद न दें. लोग क्या कह रहे हैं, सुनो दादा… उसी के कारण सब मरे हैं. यह सब कुत्ते हैं. धनंजय मुंडे ने पक्षपात किया है, उन्होंने बीड जिले को बर्बाद कर दिया है, उन्हें मंत्री पद न दें.”
बीड जिले के मासाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख का अपहरण करने के बाद नौ दिसंबर को उनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने इस मामले में अब तक चार आरोपियों – जयराम चाटे, महेश केदार, प्रतीक घुले और विष्णु चाटे – को गिरफ्तार किया है. पुलिस तीन अन्य लोगों की तलाश कर रही है, जिन्हें सरपंच संतोष देशमुख की हत्या करने के लिए वॉन्टेड आरोपी के रूप में नामजद किया गया है. सूत्रों ने कहा कि देशमुख की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शव पर चोट के 50 से 60 निशान बताए गए हैं.
आरोप है कि आरोपियों ने देशमुख को प्रताड़ित किया और उनकी हत्या कर दी, जिसके बाद विष्णु चाटे सहित सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई. ऊर्जा कंपनी की शिकायत पर एक और एफआईआर दर्ज की गई, जिसमें विष्णु चाटे, वाल्मीकि कराड और एक अन्य व्यक्ति पर जबरन वसूली का आरोप लगाया गया. हत्या के बाद पूरे बीड में विरोध प्रदर्शन हुए, खासकर तब जब देशमुख के शव पर चोटों के निशान वाली तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की गईं. देशमुख मराठा समुदाय से थे, जबकि मास्टरमाइंड माने जाने वाले विष्णु चाटे और दो अन्य आरोपी अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के वंजारी समुदाय से हैं, जिससे पूरी घटना का जातिगत कोण भी है.
Tags: Ajit Pawar, Devendra FadnavisFIRST PUBLISHED : December 21, 2024, 19:45 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed