इस तकनीक से करें बेमौसमी सब्जियों की खेती कीट और बीमारियों का डर होगा कम

किसान अपनी आय को दोगुना नहीं बल्कि चार गुना तक कर सकते हैं. सरकार द्वारा किसानों को पॉलीहाउस बनाने के लिए 50% तक का अनुदान दिया जा रहा है. किसान पॉलीहाउस में बेमौसमी सब्जी भी उगा सकते हैं. सरकार पॉली हाऊस में सब्जियां उगाने के लिए भी किसानों को अनुदान दे रही है.

इस तकनीक से करें बेमौसमी सब्जियों की खेती कीट और बीमारियों का डर होगा कम
शाहजहांपुर : बढ़ती जनसंख्या के कारण शहरों का विस्तार हो रहा है, जिसके कारण कृषि भूमि आवासीय और वाणिज्यिक क्षेत्रों में तब्दील होती जा रही है. उद्योगों के विकास के लिए कृषि भूमि का उपयोग किया जा रहा है, जिससे खेती योग्य भूमि का क्षेत्रफल कम हो रहा है. लेकिन सरकार किसानों की आय को दोगुना करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. ऐसे में छोटे किसान पॉलीहाउस में संरक्षित फसलों को उगा कर अच्छा मुनाफा पा सकते हैं. सरकार किसानों को पॉलीहाउस बनाने के लिए भारी अनुदान भी दे रही है. जिला उद्यान अधिकारी पुनीत कुमार पाठक ने लोकल 18 को बताया कि पॉलीहाउस में खेती आजकल किसानों के लिए एक लोकप्रिय विकल्प बन रही है. यह एक ऐसी तकनीक है, जिसमें पौधों को एक नियंत्रित वातावरण में उगाया जाता है. पॉलीहाउस पारदर्शी प्लास्टिक की चादरों से बना होता है जो सूर्य के प्रकाश को अंदर आने देता है लेकिन हवा, बारिश और कीटों को बाहर रखता है. पॉलीहाउस में किसान साल भर अपनी पसंदीदा फसल उगा सकते हैं, चाहें मौसम कैसा भी हो. पॉलीहाउस में फसलों को अनुकूल वातावरण मिलता है, जिससे उत्पादन में बढ़ोतरी होती है. 1 एकड़ पर लगभग 20 लाख का अनुदान पुनीत कुमार पाठक ने बताया कि सरकार किसानों को पॉलीहाउस बनाने के लिए 50% का अनुदान दे रही है. किसान 500 वर्ग मीटर से लेकर 4 हजार वर्ग मीटर तक पाली हाउस तैयार कर सकते हैं. एक एकड़ में पाली हाउस बनाने में करीब 30 से 32 लाख रुपए का खर्च आता है वहीं सरकार द्वारा 19 लाख 68 हजार रुपए का अनुदान दिया जा रहा है. पॉलीहाउस में उगाई फसल से मिलने वाली उपज की गुणवत्ता बेहद ही अच्छी होती है. जिसकी वजह से किसानों को बाजार में अच्छा भाव मिलता है. पॉलीहाउस में किसान साल भर अलग-अलग फसलें उगाकर 2 गुनी ही नहीं बल्कि 4 गुनी तक आमदनी ले सकते हैं. कैसे करें पंजीकरण? पुनीत कुमार पाठक ने बताया कि पॉलीहाउस बनाने के लिए किसानों को उद्यान विभाग में पंजीकरण करना होगा. पंजीकरण कराने के लिए किसानों को खतौनी, बैंक पासबुक, आधार कार्ड और दो फोटो देने होंगे. किसान उद्यान विभाग की वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं. या जिला उद्यान अधिकारी कार्यालय पहुंचकर भी पंजीकरण करा सकते हैं. फसलों के लिए भी अनुदान जिला उद्यान अधिकारी पुनीत कुमार पाठक ने बताया कि पॉलीहाउस में रंगीन शिमला मिर्च, खीरा या फूलों की खेती करने के लिए भी सरकार द्वारा किसानों को अनुदान दिया जा रहा है. Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : September 20, 2024, 17:48 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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