किसानों की हुई बल्ले-बल्ले आसानी से कमा सकते हैं चार गुना पैसा जानें कैसे
किसानों की हुई बल्ले-बल्ले आसानी से कमा सकते हैं चार गुना पैसा जानें कैसे
polyhouse subsidy scheme: किसानों को पॉलीहाउस सब्सिडी योजना के तहत लाखों की सहायता मिलती है, जिससे वे अत्यधिक तापमान में फल, फूल और सब्जियों की सफल खेती कर सकते हैं.
सोनभद्र: पॉलीहाउस में खेती करने के लिए किसानों को अनेक प्रयास करने की आवश्यकता होती है. इस आधुनिक खेती की विधि को अपनाने के लिए सरकार भी किसानों को कई योजनाएं शुरू कर रही है. जैसे पॉलीहाउस सब्सिडी योजना. इस योजना के तहत किसानों को एक एकड़ जमीन पर पॉलीहाउस लगाने के लिए 16 लाख 80 हजार रुपए की सब्सिडी मिलती है.
धूप में भी कर पाएंगे खेती
पॉलीहाउस की सहायता से किसान अधिक तापमान और धूप में भी फल, फूल और सब्जियों की खेती कर सकते हैं. इसके अलावा, किसान उन फसलों की खेती कर सकते हैं जिनकी मार्केट में अत्यधिक मांग है, जिससे उनकी आय में वृद्धि होती है.
पॉलीहाउस खेती के फायदे
पॉलीहाउस की संरचना स्टील से बनाई जाती है और इसे प्लास्टिक की शीट से ढका जाता है. इसकी मोटाई 200 माइक्रॉन होती है, जो पराबैंगनी किरणों को परावर्तित करने में सहायक होती है. पॉलीहाउस के माध्यम से किसान पहले के मुकाबले 4 गुना अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, एक पॉलीहाउस से किसान सालाना 10 लाख रुपए की आय कमा सकते हैं. इस तकनीक का उपयोग करके किसान ऐसे मौसम में भी फसल उगाने में सक्षम होते हैं, जब सामान्य रूप से खेती करना मुश्किल होता है.
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पॉलीहाउस में खेती कैसे करें शुरू?
पॉलीहाउस में खेती करने के लिए सबसे पहले किसानों को आवश्यक प्रशिक्षण लेना होगा. इसके लिए सरकार मुफ्त प्रशिक्षण प्रदान करती है. यदि यह उपलब्ध नहीं है, तो नजदीकी कृषि विश्वविद्यालय या अनुसंधान संस्थान से संपर्क किया जा सकता है. पॉलीहाउस में खेती करने के लिए कम से कम 500 वर्ग मीटर (चार विस्वा) भूमि की आवश्यकता होती है और इसकी कुल लागत लगभग 6 लाख 50 हजार रुपए होती है.
किसानों को लागत का 50% सब्सिडी मिलती है. बाबू लाल मौर्य जैसे किसान बताते हैं कि इस प्रक्रिया में पंजीकरण और आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद 2-3 महीने में योजना का लाभ मिल जाता है.
Tags: Agriculture, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : September 18, 2024, 12:04 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed