यूपी उपचुनाव से पहले मायावती ने बदली रणनीति बसपा मंडलीय कमेटी में बड़ा बदलाव

UP Upchunav: उत्तर प्रदेश में बसपा को मजबूत करने में जुटीं मायावती एक के बाद एक नए बदलाव कर रही हैं. बसपा के कोर वोटबैंक के साथ ही मायावती ने मुस्लिमों को भी पार्टी से जोड़ने का नया प्लान बनाया है.

यूपी उपचुनाव से पहले मायावती ने बदली रणनीति बसपा मंडलीय कमेटी में बड़ा बदलाव
हाइलाइट्स बसपा सुप्रीमो मायावती लगातार अपनी रणनीति में बदलाव कर रही हैं मायावती ने बसपा की मंडलीय कमेटी में बदलाव करते हुए मुस्लिमों को तरजीह दी है लखनऊ. उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव और 2027 के विधानसभा चुनाव को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती लगातार अपनी रणनीति में बदलाव कर रही हैं. जहां एक ओर मायावती दलितों से जुड़े मुद्दों पर फोकस कर रही हैं तो वहीं मुस्लिमों को भी पार्टी से जोड़ने की कवायद कर रही हैं. इसी क्रम में मायावती ने बसपा के मंडलीय कमेटी में बड़ा फेरबदल किया है. इस बार उन्होंने डेल्टन और अन्य पिछड़ों के साथ मुस्लिमों को भी बसपा की मंडलीय कमेटी में जगह दी है. ऐसा बहुत आरसे बाद हुआ है. इसके अलावा अब मंडल में दो-डी कमेटियां काम करेंगी. पहले एक ही कमिटी हुआ करती थी. दरअसल, मायावती के इस कदम के पीछे एक बड़ी वजह है. एक वक्त था जब बसपा में नसीमुद्दीन सिद्दीकी, गुड्डू जमाली, इमरान मसूद, दानिश अली, अफजाल अंसरी जैसे नेता हुए करते थे. इन नेताओं का काम मुस्लिमों को बसपा से जोड़ने का था. लेकिन समय के साथ सभी पार्टी छोड़कर चले गए. मौजूदा समय में कद्दावर मुस्लिम नेता की कमी से बसपा जूझ रही है. ऐसे में मायावती को लगता है कि मुस्लिम नेताओं को बसपा के मंडलीय कमेटी में तरजीह देकर इसे फायदा मिल सकता है. अगर दलित वोट के साथ मुस्लिम वोट जुड़ा तो आगामी विधानसभा चुनाव में इसका असर देखने को मिल सकता हैं. इन्हें दी गई जिम्मेदारी बसपा ने लखनऊ सेक्टर में तीन मंडलों को शामिल किया है. अब लखनऊ सेक्टर में झांसी और कानपुर रहेंगे. प्रयागराज और मिर्जापुर मंडल को रखा गया था. नए सेक्टर में घनश्याम चंद्र खरवार, शम्सुद्दीन राईन, प्रवेष कुरील और अखिलेश आंबेडकर को रखा गया है. शम्सुद्दीन राईनराईन की जिम्मेदारी अधिक से अधिक मुस्लिमों को बसपा के साथ जोड़ने की है. इसी तरह प्रयागराज, मिर्जापुर और चित्रकूट को मिलाकर एक मंडल बनाया गया है. इसमें भी डॉ विजय प्रताप, राजू गौतम, भीमराव अंबेडकर, और अमरेंद्र बहादुर पासी के साथ मोहम्मद अकरम को लगाया गया हैं. मायवती का सन्देश साफ है कि मुस्लिमों को पार्टी के साथ जोड़ना है. Tags: BSP chief Mayawati, Lucknow news, UP latest newsFIRST PUBLISHED : September 9, 2024, 13:42 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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