गर्म मौसम में करें इस काली सब्जी की खेती 90 दिनों में होगा 5 लाख का मुनाफा
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भारत में ज्यादातर किसान लाल टमाटर की खेती करते हैं. लेकिन पिछले कुछ सालों में काले टमाटर की खेती का भी चलन बढ़ा है. अभी तक बहुत कम लोग ही काले टमाटर की खेती के बारे में जानते हैं. हालांकि मार्केट में इसकी एंट्री हो चुकी है. यह स्वाद में न ज्यादा खट्टा होता है न ज्यादा मीठा होता है, इसका स्वाद नमकीन जैसा होता है.
मुजफ्फरनगर. उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में एक बेरोजगार युवक रातोंरात करोड़पति बन गया. यह बात उसे भी तब पता चली, जब उसके घर का दरवाजा जीएसटी विभाग के कर्मचारियों ने खटखटाया. तब उन्होंने उसे बताया कि तुम्हारे नाम से एक कंपनी चल रही है, जिसमें तकरीबन ढाई सौ करोड़ की जीएसटी ई वे बिलिंग का लेनदेन किया गया है. यह सुनकर युवक के पैरों तले जमीन खिसक गई.
बताया गया है कि रतनपुरी थाना क्षेत्र के बड़सू गांव में एक युवक रहता है. युवक का नाम अश्वनी कुमार है. वह बेरोजगार होने की वजह से इधर-उधर नौकरी की तलाश में लगा था. तभी एक दिन उसके व्हाट्सएप पर कॉल आती है. जैसे ही वह कॉल को उठाता है तो उधर से पूछा जाता है कि क्या आप नौकरी की तलाश में है, इस पर युवक बोलता है कि हां. नौकरी की लालच में वह उनके द्वारा मांगे गए जरूरी कागजात भेज देता है, जैसे- अधार कार्ड, मार्कसीट, और अन्य डॉक्यूमेंट.
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इतना ही नहीं अश्वनी का कहना है कि कागजात के साथ-साथ उसने, 1750 रुपए भी उन्हें भेजे थे. खैर इस बेरोजगार युवक अश्वनी को नौकरी तो नहीं मिली, बल्कि उल्टा उसके नाम से एक फर्जी कंपनी और बैक एकाउंट खोलकर तकरीबन ढाई सौ करोड़ रुपये जीएसटी का ई वे बिलिंग फ्रॉड किया गया है. आलाधिकारियों की मानें तो जीएसटी विभाग के साथ मिलकर इस मामले में जांच कर कार्रवाई की जा रही है.
एसपी ने बताई पूरी सच्चाई
इस मामले की अधिक जानकारी देते हुए जहां एसपी ग्रामीण आदित्य बंसल ने बताया कि देखिए किसी व्यक्ति के अकाउंट में यह रकम नहीं आई है, रतनपुरी के रहने वाले अश्वनी कुमार को नौकरी लगवाने का झांसा देकर के उसके डॉक्यूमेंट लिए गए. उन डॉक्यूमेंट के आधार पर एक फर्जी कंपनी और फर्जी बैंक अकाउंट खोल दिया गया, जिससे जीएसटी का ई वे बिलिंग का फ्रॉड किया गया है. उससे फर्जी ई वे बिलिंग करीब ढाई सौ करोड़ रुपए उसमें तैयार किए गए है, इसमें जीएसटी विभाग के साथ समन्वय स्थापित किया जा चुका है. इसमें उनके साथ मिलकर अग्रिम जांच कर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
युवक ने बताया व्हाट्सएप पर कॉल आई थी
तो वहीं पीड़ित युवक अश्वनी कुमार ने कहा कि व्हाट्सएप पर नौकरी के लिए कॉल आई थी और मुझसे कागज मांगे गए. जिसमें मेरे घर का बिजली का बिल और मेरे पापा का आधार कार्ड था. उन्होंने मुझसे 1750 रुपए भी लिए. मेरे नाम पर कोई कंपनी चलाई है जिसका मुझे नहीं पता है. अब जीएसटी विभाग की टीम आई है उन्होंने बताया है कि आपके नाम पर कोई फर्म चल रही है. अब जीएसटी विभाग ने हमें बुलाया है और कार्रवाई करने के लिए कहा है. जिसमें थाने में तहरीर भी दी गई है, उन्होंने जो व्हाट्सएप पर कॉल, मैसेज गए हैं वह लिखवाया है और ना तो कोई जीएसटी नंबर ना कोई बिजली का बिल कुछ भी हुआ है.
Tags: Muzaffarnagar news, UP newsFIRST PUBLISHED : September 4, 2024, 16:55 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed