लाखों कमाने का सुनहरा मौका! भैंस की ये नस्ल आपको कर देगी मालामाल 1 दिन में
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भारत में कई किसान अपने परिवार की आजीविका चलाने के लिए पशुपालन का सहारा लेते हैं. भैंस, गाय, बकरी और मुर्गी पालन के जरिए वे दूध, मांस और अंडों का उत्पादन करते हैं, जिसे बाजार में बेचकर वे अपनी आय में बढ़ोतरी करते हैं. इससे न केवल उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर भी बढ़ते हैं.
सत्यम कटियार/फर्रुखाबाद: मिठाई की बात हो और लोग छेना भूल जाएं, ऐसा हो ही नहीं सकता. खासतौर पर यूपी के फर्रुखाबाद में मिलने वाला छेना बेस्ट होता है. जिले में कई तरह की मिठाई मिलती है, लेकिन मिठाइयों की भीड़ में छेना की एक खास जगह रखता है. राजू मिष्ठान भंडार के नाम से एक दुकान है, जो ग्राहकों की पहली पसंद बनी हुई है. यह दुकान 50 साल पुरानी है.
स्वादिष्ट मिठाई खाने के लिए लगती है भीड़
फर्रुखाबाद के फतेहगढ़ पास के व्यस्त रोड़ पर मौजूद मिठाई की दुकान अपने स्वाद और शुद्धता के लिए ही जानी जाती है. जिले भर से लोग यहां पर प्रतिदिन पहुंचते हैं और लाजवाब मिठाई का आनंद लेते हैं. लोगों की दीवानगी इतनी ज्यादा है कि मिठाई के लिए यहां पर लाइन में लोग खड़े रहते है. इसलिए यहां पर दुकानदार ने कई कर्मचारियों को भी रखा है.
200 रुपये किलो मिलता है छेना
दुकानदार रत्नेश कुमार शुक्ला बताते हैं कि यहां पर मिठाई बनाने के लिए शुद्ध दूध से मावा बनाया जाता है और बेहद ही सफाई के साथ मिठाइयां तैयार की जाती हैं. यही यहां की शुद्धता और प्रसिद्धि का राज है कि प्राकृतिक रूप से मिठाइयों का स्वाद बढ़ जाता है. यहां पर 200 रुपए में अच्छे छेने मिल जाते हैं. यहां पर शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाता है. ताकि ग्राहकों की सेहत को लेकर किसी प्रकार की कोई समस्या न हो. लोग शहर के कोने कोने से इनकी दुकान पर शुद्ध मिठाइयां खरीदने के लिए पहुंचते हैं.
छेना कैसे बनाया जाता है?
दुकानदार बताते हैं कि सबसे पहले दूध गर्म करके एक मिश्रण तैयार किया जाता है. जिसमें एक कढ़ाई में तेल को गर्म करके इस मिश्रण को एक कपड़े की सहायता से गोल आकार दिया जाता है. जब चाशनी पक कर लाल हो जाती है, तो पहले से तैयार की गई चीनी द्वारा बनाई गई चाशनी में डाल दिया जाता है. जब यह ठंडी हो जाती है, तो आप इसे खा सकते हैं.
Tags: Food 18, Local18FIRST PUBLISHED : September 2, 2024, 12:50 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed