3 हजार लागत45 दिन में तैयार50 हजार मुनाफा इसकी खेती से किसान मालामाल

समय कब अच्छा हो जाए, ये कोई नहीं जानता. ऐसा ही कुछ फर्रुखाबाद के एक किसान झब्बू लाल के साथ हुआ. संघर्ष से भरी उनकी कहानी खास युवाओं को एक संदेश देती है कि कभी भी हार नहीं माननी चाहिए. एक समय ऐसा था जब घर में तंगहाली और गरीबी के बीच गुजारा करना भी मुश्किल था.

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धीर राजपूत/ फिरोजाबाद: फिरोजाबाद में पहली बार एक ऐसी बीमारी का ऑपरेशन सफलता पूर्वक किया गया है, जिसके लिए मरीज ने दिल्ली तक के चक्कर काटे. लेकिन उसे कही पर भी आराम नहीं मिला. फिर उनसे फिरोजाबाद में ही अपनी बीमारी का इलाज कराया और पहली बार डॉक्टर ने एक वृद्ध के जबड़े का ऑपरेशन कर सफलता हासिल की है.जी हां फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज की एक डॉक्टर ने इस बीमारी से एक वद्ध की जान बचाई है. जिसे कैंसर जैसी घातक बीमारी भी हो सकती थी. वहीं वृद्ध का ऑपरेशन भी डॉक्टर द्वारा फ्री में किया गया है. जिसके बाद अब वृद्ध आराम से बोल सकता है और खाना भी खा सकता है. 72 साल के वृद्ध के जबड़े में था ट्यूमर फिरोजाबाद के स्वशासीय मेडीकल कॉलेज की दंत रोग विभागध्यक्ष डॉ किरन कुमारी ने लोकल 18 से बातचीत करते हुए कहा कि जो लोग तंबाकू का अधिक सेवन करते हैं, उन्हें मुंह में तरह तरह की बीमारियां भी हो जाती हैं. ऐसा ही एक मामला फिरोजाबाद में भी आया है. 72 साल के एक वृद्ध फरीम खान ने अपने जबड़े में रसौली होने पर हमसे संपर्क किया. हमने उस मरीज के जबड़े को देखा और उससे पूछा तो मरीज का कहना था कि उसके जबड़े में बहुत सालों से कोई दिक्कत थी. जिसे उसने बाहर कहीं दिखाय़ा था, तो किसी डॉक्टर ने उसके दांतों को निकाल दिया.जिससे उसके जबड़े में रसौली की बीमारी हो गई और फिर धीरे-धीरे वह ट्यूमर का रुप लेने लगा. मरीज ने इसे आगरा, दिल्ली तक दिखाया. लेकिन उसे कहीं पर भी आराम नहीं मिला. इसके बाद उसने फिरोजाबाद में दंत रोग विभाग आकर संपर्क किया. हमने उसकी सभी जांचें करवाई. उसके बाद उसके जबड़े के ट्यमूर का ऑपरेशन किया. इस तरह का ऑपरेशऩ जिले में पहली बार हो रहा था. लेकिन हमने मरीज की बीमारी दूर करने में सफलता हासिल की और उसके जबड़े का ऑपरेशऩ कर दिया. जबड़ा निकालकर लगाई प्लेट,मरीज पूरी तरह हुआ स्वस्थ डॉ किरन ने कहा कि वृद्ध मरीज के ऑपरेशन में खतरा रहता है. इसलिए पहले मरीज की सारी जांचें हुई और जब उसको क्लीन चिट मिल गई, फिर उसका ऑपरेशन शुरु किया गया. पहले मरीज को बेहोश किया फिर उसके जबडे को निकाला गया और उसमें जबड़े के लिए एक प्लेट लगाई गई. मरीज कई दिनों तक सरकारी अस्पताल में भर्ती रहा और फिर कुछ दिन बाद वह पूरी तरह स्वस्थ हो गया. वहीं उन्होंने  कहा कि जो लोग तंबाकू का सेवन करते हैं उन्हें इस तरह की बीमारी का जल्दी पता नहीं चल पाता और फिर उन्हें मुंह के कैंसर जैसी बीमारी से लड़ना पड़ता है. Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : July 28, 2024, 15:21 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed