1 खेत में एक साथ करें 4 फसलों की खेतीजमीन के साथ ऊंचाई का करें इस्तेमाल

डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि किसान अपनी एक ही फसल में एक ही समय में, एक बार में 4 5 फसलों की खेती कर सकते हैं. जिससे किसान अपने कम क्षेत्रफल के खेत से अपनी आमदनी को 4 गुना कर सकते हैं. लेकिन किसानों को समय, जलवायु और मिट्टी को ध्यान में रखते हुए फसलों का चयन करना होगा.

1 खेत में एक साथ करें 4 फसलों की खेतीजमीन के साथ ऊंचाई का करें इस्तेमाल
सिमरनजीत सिंह/शाहजहांपुर : लगातार बढ़ रहे आबादी और शहरीकरण से कृषि योग्य भूमि कम होती जा रही है. परिवार में बंटवारा होने के बाद किसानों के पास जमीन कम होती जा रही हैं. कम जमीन से खेती पर आश्रित लोगों को अपना परिवार पालने में दिक्कतें हो रही हैं. ऐसे में छोटे किसानों के लिए वैज्ञानिकों ने नई तकनीक इजाद की है. जिससे वह अपने खेत से ही 4 गुना आमदनी ले सकते हैं. कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर के एक्सपर्ट डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि किसान अपनी एक ही फसल में एक ही समय में, एक बार में 4 5 फसलों की खेती कर सकते हैं. जिससे किसान अपने कम क्षेत्रफल के खेत से अपनी आमदनी को 4 गुना कर सकते हैं. लेकिन किसानों को समय, जलवायु और मिट्टी को ध्यान में रखते हुए फसलों का चयन करना होगा. किसान एक ही खेत में जड़ वाली फसलें, सतह पर होने वाली फसलें, मचान विधि से कद्दू वर्गीय सब्जियां और फलदार वृक्षों को लगाकर अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं. सबसे पहले उगाएं जड़ वाली फसलें डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि किसान जड़ वाली फसलों में आलू, चुकंदर, मूली, गाजर, अदरक, हल्दी और अरबी की फसल लगा सकते हैं. किसानों को ध्यान रखना है कि वह अपनी मिट्टी, जलवायु और समय को ध्यान में रखकर फसलों का चयन करें. जिससे उनको कम क्षेत्रफल में अच्छी आमदनी मिल सकती है. सतह पर करें सब्जियों की खेती डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि जड़ वाली फसलों के बाद किसान सतह के ऊपर भी फसल उगा सकते हैं. किसान उड़द, मूंग, लोबिया, भिंडी और मटर की खेती कर सकते हैं. इतना ही नहीं बैंगन, गोभी, हरी मिर्च और शिमला मिर्च जैसी सब्जियों को भी लगाया जा सकता है. मचान विधि से करें खीरा और ककड़ी की खेती डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि सतह पर होने वाली फसलों के बाद किसान मचान विधि से कद्दू वर्गीय फसलों की खेती कर सकते हैं. जिसमें किसान मचान बनाकर खीरा, ककड़ी, लौकी और तोरई की फसल ले सकते हैं. जिससे सतह पर होने वाली फसल भी सुरक्षित रहेगी. मचान पर कद्दू वर्गीय सब्जियों से किसानों को अतिरिक्त आमदनी होगी. फलदार वृक्षों से आमदनी में होगी वृद्धि डॉ एनपी गुप्ता ने बताया कि किसान जड़ वाली फसल, सतह पर होने वाली फसल और मचान विधि के अलावा खेतों के बीच बीच में फलदार वृक्ष लगाकर अपनी आमदनी को और बढ़ा सकते हैं. किसान कम ऊंचाई वाले पौधे जैसे नींबू, उन्नत किस्म के आम, अमरूद और पपीता की खेती कर सकते हैं. जिससे उनकी सतह और मचान की फसलें भी सुरक्षित रहेगी. फलदार वृक्ष उनको अतिरिक्त आमदनी देंगे. Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : May 6, 2024, 14:32 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed