क्या होता है महिलाओं का रि-करेंट मिसकैरेज डॉक्टर से जानें चौंकाने वाले कारण

Recurrent Miscarriage: कई महिलाओं को रि-करेंट मिसकैरेज या गर्भपात की समस्‍या का सामना करना पड़ता है. इसके लक्षणों को पहचानना कई बार मुश्किल हो जाता है, क्‍योंकि ये आमतौर पर प्रेग्‍नेंसी के शुरुआती दौर में ही होता है. अब सवाल है कि आखिर रि-करेंट मिसकैरेज होता क्‍या है? कौन से कारण हो सकते हैं जिम्मेदार? आइए जानते हैं इन सवालों के बारे में-

क्या होता है महिलाओं का रि-करेंट मिसकैरेज डॉक्टर से जानें चौंकाने वाले कारण
Recurrent Miscarriage: गर्भपात यानी मिसकैरेज किसी भी महिला के लिए आसान नहीं होता है. डॉक्टर बताती हैं कि प्रेग्‍नेंसी के शुरुआती दौर में ही महिला और भ्रूण का कनेक्‍शन काफी स्‍ट्रांग हो जाता है. ऐसे में मिसकैरेज का दर्द सहन कर पाना काफी मुश्किल हो सकता है. इसलिए कारणों का पता करके डॉक्टर की सलाह से समय पर इलाज कराना जरूरी है. दरअसल, कई महिलाओं को रि-करेंट मिसकैरेज की समस्‍या का सामना करना पड़ता है. रि-करेंट मिसकैरेज के लक्षणों को पहचानना कई बार मुश्किल हो जाता है, क्‍योंकि ये आमतौर पर प्रेग्‍नेंसी के शुरुआती दौर में ही होता है. अब सवाल है कि आखिर रि-करेंट मिसकैरेज होता क्‍या है? कौन से कारण हो सकते हैं जिम्मेदार? इन सवालों के बारे में jharkhabar.com बता रही हैं राजकीय मेडिकल कॉलेज कन्नौज की गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. अमृता साहा- क्‍या होता है रि-करेंट मिसकैरेज गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. अमृता साहा बताती हैं कि, जिन म‍हिलाओं का तीन से अधिक बार 20-21 हफ्ते में गर्भपात हो चुका हो तो उसे रि-करेंट मिसकैरेज कहा जा सकता है. रि-करेंट मिसकैरेज किसी बीमारी या पहले हो चुके गर्भपात के कारण हो सकता है. इसके अलावा भ्रूण के विकास में होने वाली समस्‍याएं भी इसका कारण बन सकती हैं. ये 4 कारण भी हो सकते हैं रि-करेंट मिसकैरेज के कारण शारीरिक: हर महिला का गर्भाशय शारीरिक रूप से अलग होता है जिससे उसके सफल गर्भधारण की संभावना कम और ज्‍यादा हो सकती है. कई बार गर्भाशय का असामान्‍य आकार और ग्रीवा का कमजोर होना भी गर्भपात का कारण बन सकता है. गर्भपात सरवाइकल, फाइब्रॉयड, गर्भाशय में चोट या जन्‍मजात समस्‍याएं भी गर्भपात के जोखिम को बढ़ा सकती हैं. ब्‍लड क्‍लॉट: कई बार गर्भाशय में होने वाले ब्‍लड क्‍लॉट भी गर्भपात का कारण बन सकते हैं. इसे मेडिकल टर्म में एंटीफॉस्‍फोलिपिड सिंड्रोम कहा जाता है. इसके अलावा कमजोर इम्‍यून सिस्‍टम को भी इसका जिम्‍मेदार माना जा सकता है. हार्मोनल: हार्मोनल समस्‍याएं भी बार-बार होने वाले गर्भपात का कारण बन सकती हैं. शरीर में प्रोजेस्‍टेरोन की कमी गर्भपात को बढ़ावा दे सकती है. इसके अलावा एलिवेटिड प्रोलेक्टिन, इंसुलिन रेसिसटेंस और थायराइड डिसऑर्डर भी रि-करेंट मिसकैरेज का कारण हो सकते हैं. ये भी पढ़ें:  जिंदगी तबाह कर सकती है बच्चेदानी की गांठ, निजात पाने के लिए खाना शुरू करें ये 5 फल, तेजी से सिकुड़ेगा फाइब्रॉयड ट्यूमर! ये भी पढ़ें:  गर्मी में जानलेवा हो सकती चिलचिलाती धूप की तपिश, हीट स्ट्रोक का बढ़ सकता खतरा, लू से बचने के लिए अपनाएं ये 5 उपाय आनुवंशिक: कभी-कभी, बार-बार होने वाले गर्भपात का संबंध आनुवांशिक भी हो सकता है. महिला या पुरुष की फेमिली हिस्‍ट्री में होने वाले गर्भपात का संबंध भी इससे जुड़ा हो सकता है. आमतौर पर आनुवंशिक कारण होने की संभावना कम होती है. Tags: Female Health, Health benefit, Health tips, LifestyleFIRST PUBLISHED : June 5, 2024, 15:27 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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