बहुत कर लिए पैसे खर्च अब जोड़ों के दर्द के लिए कीजिए सिर्फ एक काम
बहुत कर लिए पैसे खर्च अब जोड़ों के दर्द के लिए कीजिए सिर्फ एक काम
How to control joint pain without money: हम सब जानते हैं कि शरीर में यूरिक एसिड बढ़ जाने के बाद जोड़ों में बेपनाह दर्द होता है. इसके लिए लोग हजारों रुपये की दवा खाते हैं. लेकिन यदि आप चाहते हैं कि बिना पैसे खर्च किए यूरिक एसिड शरीर से बाहर निकल जाए तो यह तरीका आपके लिए बेस्ट साबित हो सकता है.
How to control joint pain without money: यूरिक एसिड शरीर में इम्यून सिस्टम को सक्रिय करता है और जब शरीर में नमक की कमी हो जाती है तब यह ब्लड प्रेशर को मैंटेन करता है. लेकिन सामान्य तौर पर यूरिक एसिड को विलेन ही माना जाता है. यूरिए एसिड एक तरह से शरीर का वेस्ट मैटेरियल है जो पेशाब से निकल जाता है लेकिन जब यह नहीं निकलता और खून में ज्यादा होने लगता है तो जोड़ों के बीच में फंसकर क्रिस्टल की तरह बनने लगता है जो बेहद दर्द देता है. इसी कारण जोड़ों में इतना तेज दर्द होता है. एक सामान्य महिलाओं में यूरिक एसिड की नॉर्मल रेंज 1.5 से 6.0 mg/dL होनी चाहिए जबकि पुरुषों में 2.4 से 7.0 mg/dL होनी चाहिए. इस सीमा से आगे जाने पर जोड़ों का दर्द बढ़ जाता है. तो सबसे बड़ा सवाल है कि यूरिक एसिड को शरीर से निकाला कैसे जाए.
खास पानी पीने से यूरिक एसिड खत्म
यूरिक एसिड को बाहर निकालने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय करते हैं लेकिन अब एक रिसर्च में पाया गया कि यदि आप इलेक्ट्रोलाइट वाटर पीते हैं तो इससे यूरिक एसिड का निकलना आसान हो जाता है. अमेरिकी नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक चूहों पर किए गए अध्ययन में पाया गया है कि इलेक्ट्रोलाइट पानी पीने से शरीर में मौजूद यूरिक एसिड को आसानी से बाहर निकाला जा सकता है. शोधकर्ताओं ने इसके लिए पहले चूहों में यीस्ट देकर उनमें यूरिक एसिड की मात्रा को बढ़ाया. इसके बाद इन चूहों में वजन के हिसाब से इलेक्ट्रोलाइट पानी दिया गया. सात दिनों तक चूहों ने जितना पेशाब किया, उसके सैंपल से यूरिक एसिड, क्रेटीनाइन और यूरिया नाइट्रोजन लेवल की जांच की गई. इसके बाद पाया गया कि इलेक्ट्रोलाइट पानी के प्रभाव से यूरिक एसिड तेजी से बाहर निकलने लगा. साथ ही पेशाब को अल्कलाइन बनाने में मदद मिली.
क्या होता है इलेक्ट्रोलाइट वाटर
इलेक्ट्रोलाइट वाटर का मतलब होता है पानी में इलेक्ट्रोलाइट की मात्रा ज्यादा होना. इलेक्ट्रोलाइट का सीधा मतलब है पानी का विद्युत या इलेक्ट्रिसिटी के हिसाब से ज्यादा सुगम्य होना. इस पानी में ऐसे खनिजों का समावेश किया जाता है जो विद्युत धारा को आसानी से ले जा सके. यानी पानी में जब सोडियम, पोटैशियम और क्लोराइड को मिला दिया जाता है तब यह इलेक्ट्रोलाइट वाटर बन जाता है. वैसे तो पानी में ये सब खनिज पदार्थ मिले होते हैं लेकिन शुद्ध पानी में इसकी कम मात्रा होती है. इसलिए इसमें ये तीनों चीजें मिलाकर इलेक्ट्रोलाइट वाटर बनाया जाता है. इलेक्ट्रोलाइट पाउडर या लिक्विड इसका उदाहरण है. इन तीन चीजों के अलावा मैग्नीशियम, कैल्शियम, फॉस्फेट, बायकार्बोनेट भी मिलाया जाता है. बाजार में इलेक्ट्रोलाइट वाटर काफी मिलता है.
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Tags: Health, Health tips, LifestyleFIRST PUBLISHED : May 2, 2024, 08:35 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed