Covid-19 से बच्चों में बढ़ रहा इस लाइलाज बीमारी का खतरा नई स्टडी ने उड़ाई नींद
Covid-19 से बच्चों में बढ़ रहा इस लाइलाज बीमारी का खतरा नई स्टडी ने उड़ाई नींद
Covid-19 And Diabetes Link: कोविड संक्रमण से उबरने के बाद भी लोगों को कई अन्य खतरनाक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. कोविड संक्रमण से बच्चों की हेल्थ बुरी तरह प्रभावित होती है. एक हालिया स्टडी में इसे लेकर बड़ा खुलासा हुआ है.
हाइलाइट्सकोविड-19 की वजह से बच्चों और टीनएजर्स को टाइप 1 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है.टाइप 1 डायबिटीज में शरीर का ऑटोइम्यून सिस्टम बिगड़ जाता है और शुगर लेवल बढ़ जाता है.
Covid-19 Increase Diabetes Risk in Children: कोविड-19 संक्रमण से उबरने के बाद बड़ी संख्या में लोगों को इसके साइड इफेक्ट्स का सामना करना पड़ रहा है. कोविड की वजह से अन्य कई गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है. बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक कोविड संक्रमण से उबरने के बाद अन्य बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. इसी को लेकर एक हालिया स्टडी सामने आई है, जिसमें बताया गया है कि इस संक्रमण से छोटे बच्चों और टीनएजर्स में लाइलाज बीमारी का जोखिम कई गुना बढ़ गया है. यह स्टडी नॉर्वे के नॉर्वेजियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ के शोधकर्ताओं ने की है. इसमें कई बड़े खुलासे हुए हैं. इन्हें जानकर आप हैरान रह जाएंगे.
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स्टडी में ये बातें आईं सामने
हालिया स्टडी के मुताबिक कोविड-19 वायरस की वजह से बच्चों और टीनएजर्स को टाइप 1 डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है. 18 साल से कम उम्र के सभी लोगों को कोविड संक्रमण होने पर यह जोखिम पैदा हो जाता है. जो लोग इस वायरस की चपेट में नहीं आते, उनमें इस तरह का खतरा देखने को नहीं मिला है. शोधकर्ताओं का कहना है कि कोविड संक्रमण से सभी युवाओं को टाइप 1 डायबिटीज का खतरा नहीं होता, लेकिन कुछ मामलों में इस तरह के नतीजे देखने को मिले हैं. आमतौर पर इस डायबिटीज का जोखिम जेनेटिक कारणों की वजह से बढ़ता है, लेकिन इस स्टडी ने सभी की नींद उड़ा दी है.
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पहले CDC की स्टडी में हुआ था खुलासा
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने भी इस साल जनवरी में एक ऐसी ही स्टडी जारी की थी. उसमें बताया गया था कि कोविड-19 की वजह से सभी उम्र के लोगों को टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है. यही वजह है कि एक्सपर्ट कोविड संक्रमण से उबरने के बाद सभी लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह देते हैं. इस संक्रमण से मुक्त होने के बाद भी लोगों को कई महीनों तक साइड इफेक्ट्स का सामना करना पड़ता है. इतना ही नहीं जो लोग डायबिटीज के मरीज़ हैं, उनके लिए कोविड जानलेवा साबित हो सकता है. ऐसे लोगों को हर हाल में इस संक्रमण से बचने की जरूरत होती है.
क्या होती है Type 1 और Type 2 Diabetes?
टाइप 1 डायबिटीज में व्यक्ति का ऑटोइम्यून सिस्टम गड़बड़ा जाता है और पैंक्रियास में इंसुलिन का प्रोडक्शन बंद हो जाता है. इसकी वजह से ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है. टाइप 2 डायबिटीज में शरीर के अंदर इंसुलिन का निर्माण तो होता है, लेकिन रजिस्टेंस की वजह से यह हार्मोन अच्छी तरह काम नहीं कर पाता और ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है. टाइप 1 डायबिटीज के सटीक कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है. खास बात यह है कि इन बीमारियों को इलाज के जरिए पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सकता. दवाइयों और लाइफस्टाइल में जरूरी बदलाव करके डायबिटीज को कंट्रोल रखा जा सकता है.
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Tags: Covid19, Diabetes, Health, Lifestyle, Trending newsFIRST PUBLISHED : September 25, 2022, 14:54 IST