बच्चा न पूरी तरह लड़का है न लड़की दिल्ली एम्स में आ रहे सैकड़ों केस
एम्स नई दिल्ली में ऐसे सैकड़ों मामले आ रहे हैं जब बच्चा न तो मेल है और न ही पूरी तरह फीमेल है. इस बीमारी में नवजात अवस्था में या प्यूबर्टी के समय बच्चे के जननांग उसके शरीर के हिसाब से नहीं होते हैं. या उसे अंदर से महसूस होता है कि वह लड़का नहीं लड़की है या लड़की नहीं लड़का है. हालांकि एम्स दिल्ली में स्पेशल क्लीनिक में इलाज और काउंसलिंग से ऐसे बच्चों की जिंदगी सामान्य हो सकती है.