पत्‍नी-समधी सब हारे अब बेटी कराएगी नैया पार लालू की कभी यहां बोलती थी तूती

Lok Sabha Chunav 2024: बिहार में पंचायत से लेकर विधायकी और सांसदी तक के चुनाव में लोगों की बेहद दिलचस्‍पी रहती है. इस बार के लोकसभा चुनाव को लेकर भी आमलोगों में उत्‍सुकता है. कभी RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के गढ़ माने जाने वाले सारण लोकसभा सीट (पहले छपरा) पर सबकी नजरें टिकी हैं.

पत्‍नी-समधी सब हारे अब बेटी कराएगी नैया पार लालू की कभी यहां बोलती थी तूती
नई दिल्‍ली/पटना. लोकसभा चुनाव-2024 के लिए चार चरणों की वोटिंग समाप्‍त हो चुकी है. पांचवें चरण के लिए 20 मई को वोट डाले जाएंगे. पांचवें चरण में बिहार की पांच लोकसभा सीटों पर भी मतदान होना है. इन पांच सीटों में सारण (साल 2009 से पहले छपरा), हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, मधुबनी और सीमामढ़ी शामिल हैं. इनमें से कई सीटों को इस बार हॉट माना जा रहा है. हालांकि, सबकी निगाहें कभी RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव का गढ़ रहे सारण लोकसभा सीट पर टिकी हैं. लालू यादव ने इस बार यहां से सिंगापुर में रहने वाली अपनी बेटी रोहिणी आचार्य को प्रत्‍याशी बनाया है. वहीं, BJP की ओर से राजीव प्रताप रूडी मैदान में हैं. रूडी पिछले दो बार से सारण लोकसभा सीट पर जीत हासिल कर रहे हैं. लेकिन, रोहिणी आचार्य के मैदान में उतरने से मुकाबला दिलचस्‍प हो गया है. परिसमीन होने के बाद साल 2009 में छपरा लोकसभा सीट सारण हो गई. लालू प्रसाद यादव इस क्षेत्र से तीन बार चुनाव जीत चुके हैं. उन्‍होंने साल 2009 में आखिरी बार इस सीट से चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी, उसके बाद सारण सीट आरजेडी के हाथ से निकल गई. साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा प्रत्‍याशी राजीव प्रताप रूडी यहां से चुनाव जीतते आ रहे हैं. लालू यादव ने इस बार अपनी बेटी रोहिणी आचार्य को लोकसभा का टिकट दिया है. रोहिणी आचार्य ने ही लालू प्रसाद यादव को अपनी किडनी डोनेट की है. रोहिणी के चुनाव मैदान में उतरने से सारण में मुकाबला दिलचस्‍प हो गया है. Lok Sabha Chunav 2024: इस सीट पर भूमिहार और ब्राह्मण में लड़ाई, पर आबादी में दलित-आदिवासी और OBC आगे लालू की पत्‍नी-समधी हार चुके हैं चुनाव लालू प्रसाद यादव ने सारण से आखिरी बार साल 2009 में संसदीय चुनाव लड़ा था. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में आरजेडी ने राबड़ी देवी को प्रत्‍याशी बनाया था, लेकिन वह राजीव प्रताप रूडी से चुनाव हार गई थीं. इसके बाद साल 2019 के चुनाव में लालू यादव ने अपने समधी चंद्रिका राय को यहां से उतारा था. चंद्र‍िका राय भी सीट नहीं बचा सके थे. बता दें कि चंद्रिका राय लालू यादव के बेटे तेज प्रताप यादव के ससुर हैं. फिलहाल दोनों परिवारों का रिश्‍ता आपसी विवाद के चलते तल्‍ख हो चुका है. चंद्रिका राय बिहार के पूर्व मुख्‍यमंत्री दारोगा राय के बेटे हैं. अब इस बार लालू यादव ने बेटी रोहिणी को चुनाव मैदान में उतार कर विपक्षी दलों को चौंका दिया है. राजपूत-यादव वोटर्स का दबदबा सारण लोकसभा सीट पर जातिगत समीकरण भी दिलचस्‍प और स्‍पष्‍ट है. यहां राजपूत और यादव मतदाताओं की संख्‍या लगभग बराबर है. राजपूत वोटर्स आमतौर पर भाजपा प्रत्‍याशी राजीव प्रताप रूडी के पक्ष में होते हैं, जबकि यादव मतदाता लालू यादव के समर्थक माने जाते हैं. बता दें कि लालू यादव 1977-79 में जनता पार्टी की टिकट पर छपरा (अब सारण) से संसदीय चुनाव लड़ा था. वह महज 29 साल की आयु में चुनकर लोकसभा पहुंचे थे. वह 1989 में एक बार फिर से यहां से लोकसभा चुनाव जीता था, लेकिन बिहार का मुख्‍यमंत्री बनने के लिए 1990 में यहां से इस्‍तीफा दे दिया था. इसके बाद लालू यादव ने साल 2009 में यहां से चुनाव लड़ा और जीता था. Tags: Lalu Yadav News, Loksabha Election 2024, Loksabha ElectionsFIRST PUBLISHED : May 18, 2024, 09:48 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed