लखीमपुर खीरी में बाढ़ का कहर कर्ज में डूबे किसान की फसल हुई बर्बाद
लखीमपुर खीरी में बाढ़ का कहर कर्ज में डूबे किसान की फसल हुई बर्बाद
Lakhimpur Kheri Flood: लखीमपुर खीरी में आई बाढ़ ने लोगों को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है. खासतौर पर किसानों को आपदा की वजह से बहुत नुकसान उठाना पड़ रहा है.
लखीमपुर खीरी/अतीश त्रिवेदी: बरसात की शुरुआत के साथ ही बाढ़ का भी सिलसिला शुरू हो जाता है. ऐसे में आम लोगों की तरह किसानों का भी बहुत नुकसान होता है. कुछ ऐसा ही हो रहा है यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में. बाढ़ आने की वजह से लोगों के घर में पानी चला गया है. किसानों की फसल बर्बाद हो गई है. कुछ किसान ऐसे भी हैं, जिन्होंने कर्ज लेकर बुवाई की थी. अब फसल बर्बाद हो जाने के बाद उनका क्या हाल होगा, इसका अंदाजा आप लगा सकते हैं.
लखीमपुर खीरी में बाढ़ का कहर
यूपी के लखीमपुर खीरी जिले के तराई क्षेत्र में बाढ़ का कहर जारी है. गोला तहसील क्षेत्र के रहने वाले किसान राजेंद्र कुमार ने बताया उन्होंने कर्ज लेकर मक्के की फसल लगाई थी. परंतु शारदा नदी में आई बाढ़ की तबाही के कारण उनकी फसल बर्बाद हो गई. फसल बाढ़ में डूब गई है, तो किसान भी चिंता में डूबा है. चिंता है कि अब कर्ज अदा कैसे किया जाएगा.
कर्ज में डूबे किसान परेशान
किसान ने बताया कि प्रशासन की ओर से मुआवजा जो दिया जाता है, उतने में तो कर्ज भी अदा नहीं हो पाता. चकपुरवा व बेचे पुरवा गांव में बाढ़ का पानी पहुंच जाने के कारण घरों में तीन से चार फीट पानी भरा हुआ है. इसी वजह से कुछ लोग चारपाई डालकर सड़क पर जीवन यापन कर रहे हैं. महिला मोगी देवी ने जानकारी देते हुए बताया कि मैं रात में सो रही थी जब मेरी सुबह आंखें खुली तब चारों तरफ घर में पानी ही पानी भरा हुआ था.
प्रशासन ऐसे कर रहा है मदद
प्रशासन द्वारा लगातार बाढ़ पीड़ितों की मदद की जाने की बात की जा रही है.एसडीएम गोला विनोद कुमार गुप्ता ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों के लिए लंच पैकेट की व्यवस्था की गई है. जिन लोगों का नुकसान हुआ है उन्हें मुआवजा भी दिया जाएगा. बाढ़ की तबाही के कारण तराई क्षेत्र के रहने वाले लोगों की हजारों एकड़ फसल भी पूरी तरीके से जलमग्न हो गई है.
Tags: Lakhimpur Kheri, Local18FIRST PUBLISHED : July 9, 2024, 14:38 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed