लखीमपुर खीरी/अतीश त्रिवेदी: बॉलीवुड फिल्मों में सितारों की प्रेम कहानी देखना लोग बहुत पसंद करते हैं. कभी हीरो प्रमिका से मिलने के लिए छत पर चढ़ जाता है. तो कभी नदी-पहाड़ पार कर देता है. ऐसी ही एक कहानी आज हम आपके लिए लेकर आए हैं. जब प्रेमी लोहे की जंजीर तोड़-तोड़कर अपनी प्रेमिका से मिलने पहुंचा था. कहानी किसी इंसान की नहीं, बल्कि लखीमपुर खीरी के दुधवा में हाथियों की है.
हाथियों की प्रेम कहानी
दुधवा टाइगर रिजर्व में पालतू हाथी गजराज पर इश्क का ऐसा खुमार चढ़ा कि उसने लोहे की जंजीरें तोड़ दीं. वह जंगल में भाग गया था. उसके साथ छह हथिनी भी फरार हो गईं. गजराज और हथिनियों को ढूढ़ने के लिए कई टीमें लगाई गईं थीं. ड्रोन कैमरों से जंगल में तलाश की जा रही थी. 15 दिन तक खाक छानने के बाद गजराज और हथिनियों का पता चला. इसके बाद उन्हें वापस उनके ठिकाने पर लाया गया. दक्षिण सोनारीपुर रेंज में 14 अगस्त को पालतू हाथियों को गैंडा पुनर्वास के पास छोड़ा गया था.
हाथियों के भागने का मामला
अगले दिन हाथी गजराज जंजीरें तोड़कर घने जंगल में भाग गया था. गजराज के साथ हथिनी कमलकली, सुहेली, किरन, कावेरी, सुलोचना और चमेली भी चली गईं. गुजराज से और छह मादा हाथियों के भागने का पता चला तो दुधवा के अधिकारी हरकत में आए निगरानी शुरू कर दी थी.
अब की जा रही है निगरानी
दुधवा टाइगर रिजर्व के सलूकापुर बेस कैंप छोड़कर गए. सातों हाथी रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद वापस लाए गए. ड्रोन कैमरों से मानीटरिंग के बाद अन्य पालतू हाथी व महावत कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें वापस ला सके हैं. सभी हाथियों को कड़ी सुरक्षा में सलूकापुर बेस कैंप में रखा गया है. गजराज और अन्य हाथियों को पकड़ने के लिए वन विभाग के अधिकारियों और महावतों को कड़ी मेहनत करनी पड़ी. हाथी की प्यार की चर्चा हर जगह हो रही है अपनी प्रेमिका से मिलने के लिए जंजीर तोड़कर जंगल में चला गया था और अब वापस कैंप में लाया गया है. अब निगरानी भी की जा रही है.
Tags: Local18, Love StoryFIRST PUBLISHED : August 31, 2024, 09:31 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed