संघर्ष का ‘रास्ता’ शहीद स्मारक पर किसानों संग धरने पर बैठा ITBP जवान
संघर्ष का ‘रास्ता’ शहीद स्मारक पर किसानों संग धरने पर बैठा ITBP जवान
ITBP Jawan Protest: हिमाचल प्रदेश के ऊना शहर का यह मामला है. शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि देने के बाद आईटीबीपी के जवान गुरवचन सिंह और ग्रामीणों ने अपना धरना शुरू किया है.
ऊना. हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला मुख्यालय के नजदीकी ग्राम पंचायत बहडाला में आईटीबीपी के जवान गुरवचन सिंह के घर और गांव के किसानों की जमीन को जाने वाले रास्ते की समस्या को लेकर संघर्ष का बिगुल फूंक दिया है. प्रशासन को दिए अल्टीमेटम के अनुसार मंगलवार को आईटीबीपी के जवान गुरवचन सिंह और ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. इससे पहले, जवान वर्दी पहनकर डीसी दफ्तर भी पहुंचा था, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. कई मोर्चों पर दुश्मनों के छक्के छुड़ाने वाला फौजी जवान सिस्टम से हार रहा है.
दरअसल, आईटीबीपी के जवान के घर का रास्ता गांव के सीनियर सेकेंडरी स्कूल के मैदान से होकर जाता है. अब इस स्कूल के मैदान में चार दिवारी का काम शुरू कर दिया गया है और इसके चलते परिवार और किसानों को रास्ते की समस्या खड़ी हो गई है. धरना प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे गुरबचन सिंह ने कहा कि उन्होंने पहले ही इस मामले को लेकर शनिवार को प्रशासन को ज्ञापन दिया था और कहा था कि यदि मंगलवार तक उनकी समस्या का स्थाई समाधान नहीं हुआ तो उन्हें धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर होना पड़ेगा. उसी के तहत मंगलवार तक प्रशासन ने समस्या का हल नहीं करने पर लोगों ने मोर्चा खोल दिया है. सबसे पहले आईटीबीपी के जवान गुरवचन सिंह और उनके साथ आए ग्रामीणों ने शहीद स्मारक पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए और उसके बाद डीसी कार्यालय तक रोष रैली निकालते हुए वहीं पर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया.
ग्रामीणों ने अपने आंदोलन का आगाज एमसी पार्क में स्थित शहीद स्मारक पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर किया. इसके बाद आईटीबीपी जवान गुरबचन सिंह की अगुवाई में ग्रामीण सड़क पर उतर आए और एमसी पार्क से लेकर मिनी सचिवालय तक रोष रैली निकाली और मिनी सचिवालय में भी सभी धरने पर बैठक गए.
लंबे समय से रास्ते को लेकर लड़ाई लड़ रहे
50 साल पहले आईटीबीपी जवान गुरबचन सिंह के घर का निर्माण हुआ है. साथ ही किसानों के खेतों को जाने वाला रास्ता भी अब बंद किया जा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि रास्ता बंद होने से जहाँ गुरबचन सिंह के परिवार को घर जाना मुश्किल हो जाएगा. वहीं किसान भी अपने खेतों तक नहीं जा पाएंगे. गुरबचन सिंह ने कहा कि पिछले लंबे समय से वो रास्ते को लेकर लड़ाई लड़ रहे है, लेकिन किसी ने भी उनकी सुनवाई नहीं की. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के समय तत्कालीन एसडीएम ने मौका का निरीक्षण कर तीन मीटर रास्ता देने की सिफारिश भी की थी, लेकिन बावजूद उन्हें रास्ता तो नहीं मिला, जबकि अब फिर स्कूल मैदान की चार दीवारी कर उनका रास्ता बंद किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती उनका संघर्ष जारी रहेगा. जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती उनका संघर्ष जारी रहेगा.
मामले पर होने लगी सियासत
उधर, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष बलबीर बग्गा ने सीधे सीधे इस मामले में राजनीती के आरोप जड़े है. बलबीर बग्गा ने कहा कि जिन लोगों ने स्कूल के लिए भूमि दान दी अब उन्ही का रास्ता बंद किया जा रहा है, जोकि बेहद शर्मनाक बात है. उन्होंने कहा कि स्थानीय कांग्रेसी नेता के हस्तक्षेप के कारण ही यह समस्या पैदा हुई है जबकि भाजपा सरकार में तत्कालीन एसडीएम ने तीन मीटर रास्ता छोड़ने की सिफारिश की थी. उन्होंने कहा कि आईटीबीपी के जवान ने अनुसूचित जाति आयोग के समक्ष भी अपनी समस्या उठाई थी. लेकिन वहां से भी निराशा ही हाथ लगी है.
Tags: Himachal Congress, Himachal Pradesh News Today, ITBP jawanFIRST PUBLISHED : January 7, 2025, 14:21 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed