कर्नाटक: वोटरों की निजी जानकारी चुराने के कांग्रेस के आरोपों की जांच कराएगा चुनाव आयोग
कर्नाटक: वोटरों की निजी जानकारी चुराने के कांग्रेस के आरोपों की जांच कराएगा चुनाव आयोग
Karnataka: वोटरों की निजी जानकारी चुराने के कांग्रेस के आरोपों की जांच के लिए कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) मनोज कुमार मीणा ने सहमति जताई है. कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस बारे में उनको एक शिकायत दी है.
हाइलाइट्सकांग्रेस का आरोप है कि ‘चिलूम ट्रस्ट' के लोगों को फर्जी पहचान पत्र दिए गए. इन लोगों ने बूथस्तरीय अधिकारी बताकर मतदाताओं की निजी जानकारी जुटाई.इस मामले की जांच का जिम्मा क्षेत्रीय आयुक्त को सौंपा गया है.
बेंगलुरु. मतदाताओं से जुड़े आंकड़ों की चोरी को लेकर कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों के बीच कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) मनोज कुमार मीणा ने कहा कि ‘मतदाता जागरूकता अभियान’ के दौरान एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) के सदस्यों द्वारा स्वयं को बूथस्तरीय अधिकारी बताकर मतदाताओं की निजी जानकारी जुटाए जाने की आशंका के मद्देनजर जांच का आदेश दिया गया है. कांग्रेस का आरोप है कि ‘चिलूम एजुकेशनल कल्चरल एंड रूरल डेवल्पमेंट’ (‘चिलूम ट्रस्ट’) के लिए काम करने वाले निजी लोगों को फर्जी पहचान पत्र दिए गए. जिसमें उन्हें स्वयं को बीबीएमपी के बूथस्तरीय अधिकारी बताकर मतदाताओं की निजी जानकारी जुटाने का जिम्मा सौंपा गया.
मीणा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि ‘बृहद बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) आयुक्त के पास कुछ जानकारी थी. हमें आशंका है कि फर्जी पहचान बताकर काम किया गया है और इसकी पूछताछ की जाएगी. आखिरकार, पुलिस और हमारे संभागीय आयुक्त की जांच के बाद पता चलेगा कि सच्चाई क्या है.’ मीणा ने मतदाताओं संबंधी आंकड़ों की चोरी के संबंध में राज्य निर्वाचन आयोग से कांग्रेस द्वारा की गई शिकायत पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
मीणा ने कहा कि ‘जांच का इंतजार करते हैं. अगर मैं कुछ भी टिप्पणी करूंगा, तो इसके कारण जांच से समझौता होगा. हम शिकायत में दम होने या नहीं होने के बारे में बात नहीं करेंगे. जांच का जिम्मा क्षेत्रीय आयुक्त को सौंपा गया है. सच सामने आने दीजिए. फिर हम अनुशंसा के अनुसार कार्रवाई करेंगे.’
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कांग्रेस का आरोप है कि चिलूम ट्रस्ट ने मतदाताओं से जुटाई गई जानकारी को अपने निजी ऐप में भी डाला. यह पूछे जाने पर कि क्या उनका कार्यालय ‘खुलासा होने’ के बाद बेंगलुरु में मतदाता सूची से 6.73 लाख नामों को हटाए जाने के मामले की समीक्षा करेगा, उन्होंने कहा कि सूची में नाम जोड़ना एवं हटाना एक नियमित प्रक्रिया है और इसकी समीक्षा करने की कोई आवश्यकता नहीं है. मीणा ने बताया कि शहर में मतदाता सूची से 6.73 लाख नाम हटाए गए हैं और लगभग तीन लाख नए वोटरों के नाम जोड़े गए हैं.
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Tags: Congress, Election commission, KarnatakaFIRST PUBLISHED : November 20, 2022, 14:13 IST