अब यहां तैयार होगा लड़ाकू विमान का ब्रेक और पैराशूट पहली बार हो रहा निर्माण
अब यहां तैयार होगा लड़ाकू विमान का ब्रेक और पैराशूट पहली बार हो रहा निर्माण
Kanpur Ordnance Factory: उत्तर प्रदेश के कानपुर में 6 ऑर्डिनल फैक्ट्री है. यहां के बनाए हुए सामान देश-विदेश तक एक्सपोर्ट किए जाते हैं. ऐसे में अब तेजस लड़ाकू विमान के ब्रेक और पैराशूट तैयार किए जाएंगे.
अखंड प्रताप सिंह/कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में 6 ऑर्डिनल फैक्ट्रियां हैं, जो देश और दुनिया में अपने आयुध निर्माण को लेकर जानी जाती हैं. यहां पर बनने वाले पैराशूट की मांग देश और दुनिया में है. मेक इन इंडिया के तहत कई ऐसी चीजें अब तैयार की जा रही हैं, जो अभी तक विदेशों से एक्सपोर्ट होती थी. अब ऐसी चीजों को यहीं कानपुर में ही तैयार किया जा रहा है.
इसी क्रम में कानपुर की ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड की इकाई ऑर्डिनल पैराशूट फैक्ट्री में अब तेजस लड़ाकू विमान के ब्रेक और पैराशूट तैयार किए जाएंगे. इसके लिए प्रोटोटाइप भी तैयार कर लिए गए हैं. दिसंबर में इसका ट्रायल होना तय हुआ है.
ट्रायल सफल होने के बाद यहां पर बड़े पैमाने पर इनका निर्माण किया जाएगा. इतना ही नहीं इस इकाई में पहली बार हावर क्राफ्ट का बेस सिस्टम भी तैयार किया जाएगा इसको लेकर भी तैयारी पूरी कर ली गई है.
यहां तैयार होंगे खास पायलट पैराशूट
कानपुर की पैराशूट फैक्ट्री देश को कई सालों से पैराशूट दे रही है. इतना ही नहीं मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत अभियान के बाद कई खास नई तकनीक के विमान के लिए भी खास पायलट पैराशूट यहां पर तैयार किए जा रहे हैं. जिनकी मांग बड़ी संख्या में रहती है, जिसमें मुख्य रूप से मिराज, जैगुआर, सुखोई ,तेजस, एमआईजी-21 एमआईजी-29 लड़ाकू विमान शामिल हैं.
इतना ही नहीं इन विमानों के ब्रेक पायलट और पैराशूट यहां पर तैयार किए जाते हैं. वहीं, अब देश में तेजस लड़ाकू विमान का आधुनिक संस्करण बनाया गया है, जिसके बाद अब इसके लिए खास ब्रेक पैराशूट ऑर्डिनल पैराशूट फैक्ट्री कानपुर तैयार करेगी. जिसका प्रोटोटाइप बना लिया गया है और दिसंबर तक इसको तैयार करके ट्रायल के लिए लाया जाएगा.
जानें कैसे होगा यह पैराशूट
यहां पर तैयार किए गए पैराशूट के प्रोटोटाइप की बात की जाए तो यह यूनिक क्रॉस आकार का सात सब असेंबली वाला पैराशूट है. इस पैराशूट में नायलॉन 66 का कपड़ा इस्तेमाल किया गया है. वहीं, प्रोटोटाइप की बात की जाए तो इसका वजन 10 किलो के करीब है. यह पैराशूट समान रूप से 285 से 300 किलोमीटर प्रति घंटा की आपत्ति स्थिति में 340 से 350 किलोमीटर प्रति घंटा रफ्तार होने पर विमान को रोकने में सक्षम होगा और इसके इस्तेमाल की बात की जाए तो 10 सालों तक या 50 से 55 बार इस पैराशूट का इस्तेमाल किया जा सकेगा.
ग्लाइडर इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक ने बताया
ग्लाइडर इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक बीके तिवारी ने बताया कि एडवांस तेजस लड़ाकू विमान का ब्रेक पैराशूट का प्रोटोटाइप तैयार कर लिया गया है दिसंबर में इसका ट्रायल होना है, जिसके बाद सफल ट्रायल होने के बाद बड़ी संख्या में इसका उत्पादन शुरू हो जाएगा. इतना ही नहीं हावर क्राफ्ट के बेस सिस्टम को पहली बार तैयार करने का जिम्मा भी उन्हें मिला है, जो हमारे लिए बड़ी उपलब्धि है. इसका अभी काम शुरू कर दिया गया है. जल्द ही इसमें सफलता मिलेगी.
Tags: Kanpur city news, Kanpur ki khabar, Kanpur latest news, Local18FIRST PUBLISHED : July 17, 2024, 11:47 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed