महंगी गाड़ी फोन नहीं बल्कि सोने चांदी की रिवॉल्वर और बंदूक रखते हैं ये महाशय!
महंगी गाड़ी फोन नहीं बल्कि सोने चांदी की रिवॉल्वर और बंदूक रखते हैं ये महाशय!
गूगल गोल्डन बाबा ने बताया कि जब से वह आध्यात्म के मार्ग में कृष्ण भक्ति में आए हैं तो भगवान से बड़ा कोई नहीं है. भगवान जब आपकी रक्षा करने के लिए साथ में है तब आपको किसी शस्त्र या किसी व्यक्ति की जरूरत नहीं है.
अखंड प्रताप सिंह/कानपुर: देश में कई ऐसे साधु संत और बाबा हैं जो अपने अलग-अलग शौक के लिए जाने जाते हैं. किसी को महंगी-महंगी गाड़ियों का शौक रहता है तो किसी को महंगे-महंगे फोन का. देशभर में बाबाओ के तरह-तरह के शोक की कहानियां और खबरें तो आपने खूब सूनी होंगी. आज हम आपको कानपुर के गूगल गोल्डन बाबा के गोल्डन शोकों के बारे में बताएंगे.
उन्हें किसी महंगी गाड़ियों या मोबाइल फोन का शौक नहीं है बल्कि उनके जो शौक हैं वह भी उनकी तरीके के गोल्डन है. कभी उनको सोने की रिवाल्वर रखने और चांदी की बंदूक रखने का शौक था. वह अपने साथ सोने और चांदी की रिवाल्वर और बंदूक रखते थे. लेकिन फिर ऐसी कृष्ण भक्ति जगी कि उन्होंने इसको भी त्याग दिया और अब वह सोने के लड्डू गोपाल और सोने का उनका पालना लेकर ही चलते हैं.
गूगल गोल्डन बाबा के पास है सोने की रिवाल्वर
गूगल गोल्डन बाबा ने बताया कि उन्हें बचपन से सोने का शौक था. वहीं जब उन्होंने महाभारत में देखा कि किस प्रकार से उनके पूर्वज सोने-चांदी से जेवर आभूषण पहनते थे तो उन्होंने भी सोने चांदी के आभूषणों को पहनना शुरू कर दिया. वह सोने और चांदी की तरह-तरह की चीज बनवा रहे थे पहनते थे तो उनके मन में विचार आया कि उनके पास जो बंदूक, रिवाल्वर है. उसको भी सोने और चांदी से चढ़वाया जाए. इसके बाद उन्होंने अपनी रिवाल्वर में सोने की चादर लगवाई और उसके लिए एक सोने की मोती चैन बनवाया. जिसे वह लगाकर हमेशा चलते थे. इसके साथ ही उनके पास एक बंदूक थी जिसे उन्होंने चांदी से पूरा मड़वा दिया. पहले वह अपने शस्त्र लेकर चलते थे. लेकिन जब से वह आध्यात्म के मार्ग पर आ गए, तब से वह इनको लेकर अब खुद नहीं चलते हैं उनके बॉडीगार्ड उनके शस्त्र लेकर चलते हैं.
हर वक्त साथ रखते हैं सोने के लड्डू गोपाल
गूगल गोल्डन बाबा ने बताया कि जब से वह आध्यात्म के मार्ग में कृष्ण भक्ति में आए हैं तो भगवान से बड़ा कोई नहीं है. भगवान जब आपकी रक्षा करने के लिए साथ में है तब आपको किसी शस्त्र या किसी व्यक्ति की जरूरत नहीं है. जब से उन्होंने अपने साथ लड्डू गोपाल को धारण किया है. तब से उन्होंने सभी शस्त्रों का त्याग कर दिया है. अब वह हर समय अपने साथ एक सोने के लड्डू गोपाल और एक सोने का पालन लेकर चलते हैं यही उनका शौक है. उन्होंने कहा कि भक्ति से बड़ा कोई और शौक नहीं है. उन्हें आप सिर्फ कृष्णा की भक्ति करना उनके जीवन का सबसे बड़ा शौक है और वह उसे हमेशा करते रहेंगे.
.
Tags: Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : April 26, 2024, 13:09 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed