नॉर्मल डिलीवरी में इस डॉक्टर को हासिल है महारत कर चुकी हैं कई शोध
नॉर्मल डिलीवरी में इस डॉक्टर को हासिल है महारत कर चुकी हैं कई शोध
डॉक्टर सीमा द्विवेदी की सलाह उन महिलाओं के लिए बड़े काम की हो सकती है, जो सिजेरियन डिलीवरी से होने वाले साइड इफेक्ट्स से बचना चाहती हैं या नॉर्मल डिलीवरी चाहती हैं.
कानपुर: नॉर्मल डिलीवरी को आमतौर पर सिजेरियन डिलीवरी या सी सेक्शन से बेहतर माना जाता है. नॉर्मल डिलीवरी महिलाओं की सेहत के लिए बेहतर होती है. इससे ऑपरेशन के खर्च और जीवन भर महिला के शरीर पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव से भी बचाव होता है. लेकिन, आमतौर पर देखा गया है कि कई बार डॉक्टर और अस्पताल मुनाफा कमाने के चक्कर में सिजेरियन डिलीवरी के लिए ही दबाव बनाते हैं. हालांकि, कई मामलों में गलत दिनचर्या के चलते महिलाओं की स्थिति भी ऐसी होती है कि डिलीवरी के लिए सिजेरियन ही एक विकल्प बचता है. ऐसे में डॉक्टर सीमा द्विवेदी की सलाह उन महिलाओं के लिए बड़े काम की हो सकती है, जो सिजेरियन डिलीवरी से होने वाले साइड इफेक्ट्स से बचना चाहती हैं या नॉर्मल डिलीवरी चाहती हैं.
प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में प्रोफेसर
डॉक्टर सीमा जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज कानपुर में प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में प्रोफेसर हैं. उनका सपना बचपन से टीचर बनने का था. लेकिन,पिता के सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने डॉक्टरी को अपना करियर बनाया. उनकी लगन को देखने से लगता है कि डॉक्टरी उनके लिए सिर्फ एक करियर नहीं, बल्कि उनका जुनून है.
नॉर्मल डिलीवरी का रेट बढ़ा
डॉक्टर सीमा ने महिलाओं की डिलीवरी को लेकर शानदार काम किया है. अपने क्षेत्र में काम करने का उन्हें 25 साल का अनुभव है. उनके रिसर्च और प्रयासों से नॉर्मल डिलीवरी की दर लगातार बढ़ रही है. डॉक्टर सीमा ने अब तक पांच ऐसे शोध किए हैं, जिनकी मदद से महिलाओं में नॉर्मल डिलीवरी का रेट बढ़ा है. डॉक्टर सीमा के पेशेंट में 80 प्रतिशत तक नॉर्मल डिलीवरी रेट देखने को मिला है.
नॉर्मल डिलीवरी के खास शोध
महिला रोगों में विशेषज्ञ के रूप में डॉक्टर सीमा की पहचान तो है ही. लेकिन उनके द्वारा किए गए शोध भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुके हैं. उनके शोध में नॉर्मल डिलीवरी के लिए योगासन के महत्व से लेकर नियमित दिनचर्या को फॉलो कर नॉर्मल डिलीवरी की संभावना को 80 प्रतिशत तक बढ़ाने के चांस होते हैं.
गर्भ संस्कार भी कराती हैं डॉक्टर सीमा
इनके अलावा डॉक्टर सीमा गर्भ संस्कार भी कराती हैं. ये संस्कार बच्चा पैदा होने के पहले कराया जाता है. उनका कहना है कि इससे बच्चे ज्यादा संस्कारी और धार्मिक प्रवृत्ति के होते हैं. बच्चों को संस्कार और धर्म से जोड़ने के लिए वह बच्चे को जन्म से पहले ही गर्भ संस्कार कराती हैं. डॉक्टर सीमा अब तक लगभग 36 गर्भ संस्कार कार्यक्रमों का आयोजन करवा चुकी हैं. पैदा हो चुके बच्चों को भी संस्कारी बनाने के लिए डॉक्टर सीमा ने क्रिया ध्यान पद्धति की जानकारी दी. इसके लिए आपको पूरा वीडियो देखना होगा.
Tags: Kanpur news, Local18, Medical18FIRST PUBLISHED : May 13, 2024, 14:42 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed