शरीर पर दिखें सफेद दाग तो तुरंत करांए जांच इस रोग के पनपने का है संकेत

स्वास्थ्य विभाग की तरफ से राष्ट्रीय कुष्ठ जागरूकता विशेष अभियान आगामी 15 सितंबर तक चलेगा. इसमें स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर लोगों इस रोग के बारे में जागरूक करेंगे.  पूरे जिले में कुष्ठ रोगी खोजी अभियान में 1713 टीमें लगी है जो घर-घर भ्रमण करके संदिग्ध कुष्ठ रोगियों को खोजेंगे. इसके सुपरविजन के लिए 344 सुपरवाइजर चिन्हित किए गए हैं.

शरीर पर दिखें सफेद दाग तो तुरंत करांए जांच इस रोग के पनपने का है संकेत
कन्नौज. छोटी सी बीमारी कब बड़ी बन जाती है, इसका समय पर पता ही नहीं चल पाता है. एक ऐसी बीमारी जिसका नाम लेप्रोसी है और जिसको कुष्ठ रोग कहा जाता है. एक छोटे से दाग से यह बीमारी शुरू होती है और अगर समय रहते इसका इलाज ना हुआ तो यह दिव्यांगता में भी तब्दील हो जाता है. ऐसे में कन्नौज स्वास्थ्य विभाग की तरफ से इसके लिए एक विशेष अभियान शुरू हुआ है. 15 सितंबर तक यह अभियान चलेगा.  इस अभियान में नि:शुल्क दवा, इलाज और परामर्श लोगों को दिया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर इस बीमारी से ग्रसित व्यक्ति को संपूर्ण इलाज मुहैया कराने में मदद करेंगे. 15 सितंबर तक चलेगा अभियान इस बीमारी का नाम कुष्ठ रोग है और कुष्ठ रोग बैक्टीरिया से होने वाली एक संक्रामक बीमारी है. कुष्ठ रोग में त्वचा पर हल्के रंग के सुन्न दाग-धब्बे होते हैं. कुष्ठ रोग का बैक्टीरिया नसों को प्रभावित करता है, जिस कारण हाथ की हथेली, पैर के तलवे में सुन्नपन आ जाता है. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से राष्ट्रीय कुष्ठ जागरूकता विशेष अभियान आगामी 15 सितंबर तक चलेगा. इसमें स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर लोगों इस रोग के बारे में जागरूक करेंगे. वहीं इसके समाधान के बारे में भी बताएंगे. टीम को अगर कोई भी पीड़ित व्यक्ति मिलता है तो टीम उसका पूरा इलाज करेगी. वहीं दवा भी दी जाएगी.  पूरे जिले में कुष्ठ रोगी खोजी अभियान में 1713 टीमें लगी है जो घर-घर भ्रमण करके संदिग्ध कुष्ठ रोगियों को खोजेंगे. इस अभियान के सुपरविजन के लिए 344 सुपरवाइजर चिन्हित किए गए हैं. किसी भी अंग को प्रभावित कर सकता है दाग एसीएमओ डॉ. एके जाटव ने बताया कि लेप्रोसी एक ऐसी बीमारी है जो शुरुआत में तो बहुत साधारण सी दिखती है. इसमें एक सफेद छोटा सा दाग शरीर के किसी अंग पर होता है, जो सुन्न रहता है. लेकिन, यह दाग बढ़ते-बढ़ते इस सीमा तक आ जाता है वह शरीर के किसी अंग को प्रभावित कर सकता है. ऐसे में समय रहते ही अगर इसका इलाज कर दिया जाए तो इससे निजात पाया जा सकता है. वहीं अगर एक समय सीमा के बाद इसका इलाज होता है तो इससे उस पर कोई असर नहीं पड़ेगा. वहीं लोगों को जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग घर-घर जाकर लोगों का विशेष अभियान के तहत जागरुक कर रहा है और दवाई भी वितरित कर रहा है. दवाएं पूरी तरह से निशुल्क है. Tags: Health News, Kannauj news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : September 2, 2024, 17:34 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed