जानिए कैसे तैयार होता है मेहंदी का इत्र कहां होती है सबसे ज्यादा डिमांड
जानिए कैसे तैयार होता है मेहंदी का इत्र कहां होती है सबसे ज्यादा डिमांड
मेहंदी के इत्र की डिमांड माउथ फ्रेशनर इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा रहती है. मिट्टी और मेहंदी का इत्र सबसे ज्यादा फूड ग्रेड में काम आता है, जिससे सुगंध और स्वाद दोनों ही बढ़ जाते हैं. मेहंदी के पेड़ में जो छोटा सा एक फूल होता है उससे ही मेहंदी का इत्र निकाला जाता है.
कन्नौज /अंजली शर्मा: इत्र नगरी कन्नौज में गुलाब, बेला, शमामा, मिट्टी के साथ-साथ मेहंदी के इत्र का काम भी बड़े पैमाने पर किया जाता है. यह इत्र कुछ चीजों में खास प्रयोग में आता है. कन्नौज में लगभग सभी इत्र कारोबारी मेहंदी इत्र का काम करते हैं. कॉस्मेटिक आइटम, आयुर्वेदिक दवाओं और सबसे अधिक माउथ फ्रेशनर इंडस्ट्री में मेहंदी के इत्र का प्रयोग सबसे ज्यादा होता है. मेहंदी का इत्र विश्व भर में सिर्फ कन्नौज में ही बनता है.
मेहंदी के इत्र की डिमांड माउथ फ्रेशनर इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा रहती है. मिट्टी और मेहंदी का इत्र सबसे ज्यादा फूड ग्रेड में काम आता है, जिससे सुगंध और स्वाद दोनों ही बढ़ जाते हैं. मेहंदी के पेड़ में जो छोटा सा एक फूल होता है उससे ही मेहंदी का इत्र निकाला जाता है.
आयुर्वेदिक दवा, कॉस्मेटिक आइटम और माउथ फ्रेशनर इंडस्ट्री में ज्यादा डिमांड
मेहंदी का इत्र माउथ फ्रेशनर का बेस माना जाता है. मिट्टी के साथ मिलकर इसका बड़े पैमाने पर माउथ फ्रेशनर इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा डिमांड रहती है. वहीं नेचुरल कास्मेटिक आइटम और आयुर्वेदिक दवाओं में मेहंदी के ऑइल/इत्र का प्रयोग बड़े पैमाने पर होता है.
कैसे होता तैयार
मेहंदी का इत्र/ऑयल मेहंदी के पेड़ में लगने वाले छोटे से फूल से निकाला जाता है. जबकि मेहंदी की पत्ती का अलग काम होता है. मेहंदी का पेड़ किसानों की फसलों को सुरक्षित रखने के काम भी आता है. खेत की मेड़ों पर किसान इसको लगाते हैं. ताकि इसके कटीले झाड़ के कारण कोई भी जानवर खेतों को नुकसान नहीं पहुंचा सकता.
क्या होता रेट
मेहंदी का इत्र 4 से 5 हजार रुपये किलो से शुरू होकर 40 से 50 हज़ार रुपये किलो तक की कीमत तक पहुंच जाता है.
क्या बोले इत्र व्यापारी
इत्र व्यापारी निशिष तिवारी बताते है कि मेहंदी का इत्र सिर्फ कन्नौज में ही बनाया जाता है. माउथ फ्रेशनर इंडस्ट्री में इसकी सबसे ज्यादा मांग रहती है. मेहंदी का इत्र कन्नौज में लगभग 70 प्रतिशत से ज्यादा इत्र व्यापारी बनाते है. इसके काम मे किसानों को बहुत फायदा होता है. मेहंदी के फूल से इत्र बन जाता है वही इसकी पत्ती भी काम आ जाती है. इसमें किसानों को नकद पैसा मिलता है.
Tags: Kannauj news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : August 19, 2024, 12:35 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed