इस इत्र की खुशबू आपको बना देगी दीवाना सऊदी अरब के शेख की है बेहद पसंद

Jasmine Oud Perfume: इत्र नगरी कन्नौज में इत्र की मांग पर व्यापारी नए-नए प्रकार के इत्र तैयार करते हैं. ऐसे में व्यापारियों ने एक जैस्मिन ऊद इत्र तैयार किया है. इस इत्र की गल्फ कंट्री में बहुत मांग है. इसकी खुशबू लोगों को दिवाना बना देती है.

इस इत्र की खुशबू आपको बना देगी दीवाना सऊदी अरब के शेख की है बेहद पसंद
कन्नौज: इत्र नगरी कन्नौज में इत्र के व्यापारी लगातार ग्राहकों की डिमांड पर नए-नए प्रकार के इत्र तैयार करते हैं. ऐसे ही एक इत्र व्यापारी ने जैस्मिन ऊद नाम का एक इत्र तैयार किया है. यह इत्र अपने आप में बहुत खास है, इसकी डिमांड गल्फ कंट्री में बहुत ज्यादा रहती है. इसकी खुशबू लोगों को बहुत पसंद आती है. वहीं, ऊद की नोट पर यह इत्र बना है, जिस कारण थोड़ा महंगा है, लेकिन अब भारत में भी इसका प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है. फ्लावर और वुड की नोट पर बना यह इत्र अब अपनी शानदार खुशबू दुनियाभर में बिखेर रहा है. जानें कैसे बनता है यह इत्र वहीं, लगातार ग्राहकों की डिमांड के हिसाब से इत्र व्यापारी इत्र को तैयार करते हैं. ऐसे में यह फ्लावर और वुड के नोट पर स्पेशल इत्र तैयार किया गया है. इसकी डिमांड गल्फ के देशों में बहुत ज्यादा है. वहीं, वुड और फ्लावर के नोट पर बने इस इत्र का नाम जैस्मिन ऊद दिया गया है, जिसमें जैस्मिन की मिठास और वुड स्मोकी खुशबू मिलकर एक मीठी नई नोट की खुशबू लोगों को मिलती है. इसको भी कन्नौज की प्राचीन पद्धति डेग भभका से तैयार किया गया है. जानें क्या है जैस्मिन और ऊद जैस्मिन एक फूल होता है, इस फूल में बहुत अच्छी सुगंध होती है. वहीं, ऊद एक सुगंधित लकड़ी है, जो अगरवुड के पेड़ से मिलती है. इसे अगर, एलोवुड या गहरू भी कहा जाता है. यह दुनिया की सबसे महंगी और शानदार सुगंधित सामग्री में से एक है. यह गहरे रंग का राल होता है, जो पेड़ में तब बनता है जब वह परजीवी या फंगस से संक्रमित हो जाता है. संक्रमण बढ़ने के साथ-साथ पेड़ गहरे रंग का सुगंधित राल बनाता है. इस पेड़ को तैयार होने में लगभग 25 से 30 साल का समय लग जाता है. जानें क्या रहता है रेट ऊद का इत्र अपने आप में बहुत महंगा होता है. ऐसे में ऊद और जैस्मिन के फ्लेवर से बना यह इत्र 1200 रुपए में 10 ग्राम मिलता है. जानें क्या बोले इत्र के व्यापारी इत्र व्यापारी निशिष तिवारी ने बताया कि ग्राहकों की डिमांड पर यह विशेष फ्लावर और वुड के नोट पर तैयार किया गया है. इसमें जैस्मिन और ऊद का प्रयोग हुआ है, जिस कारण इसका नाम जैस्मिन ऊद रखा गया है. गल्फ देशों में इसकी अच्छी खासी डिमांड है. सऊदी अरब के शेख इसका ज्यादा प्रयोग करते हैं. वहीं, अब भारत में भी इसकी खुशबू का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है. ऊद की नोट पर होने के चलते यह काफी महंगा रहता है, लेकिन फिर भी इसको लोग बहुत पसंद करते है. यहां दूर-दूर से लोग जैस्मिन ऊद इत्र लेने आते हैं. Tags: Kannauj news, Local18FIRST PUBLISHED : August 28, 2024, 17:27 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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