यूपी का यह प्रसिद्ध घाटी तितलियों का बना बसेरा जानिए कितनी प्रजाति है मौजूद
यूपी का यह प्रसिद्ध घाटी तितलियों का बना बसेरा जानिए कितनी प्रजाति है मौजूद
इटावा के चंबल घाटी में 22 से अधिक प्रजाति की तितलियां देखी जा रही है. जिनमें प्लेन टाइगर, स्ट्रिट टाइगर, ब्लू टाइगर, कामन क्रो, पेपीलियो और बुसेफुटेड नाम की तितलियां शामिल है. विभिन्न प्रजाति की इन तितलियों को देखकर लोग भी गदगद हैं. लगभग दो दर्जन प्रकार की तितलियां यहां आने वाले लोगों को ना सिर्फ रोमांचित कर रहा है.
इटावा. खूंखार डाकुओं की पनाहगाह रही चंबल घाटी एक बार फिर सूर्खियों में है. दरअसल, यह सूखियां रंग-बिरंगी तितलियों की वजह से मिल रही है. शहरी इलाके लगभग गायब हो चुकी तितलियां अब चंबल घाटी में बड़े पैमाने पर दिख रही है. विभिन्न प्रजाति की इन तितलियों को देखकर लोग भी गदगद हैं. लगभग दो दर्जन प्रकार की तितलियां यहां आने वाले लोगों को ना सिर्फ रोमांचित कर रहा है बल्कि एक खास किस्म का कौतुहल भी पैदा कर रहा है.
22 से अधिक प्रजाति की तितलियां है मौजूद
इटावा के चंबल घाटी में 22 से अधिक प्रजाति की तितलियां देखी जा रही है. जिनमें प्लेन टाइगर, स्ट्रिट टाइगर, ब्लू टाइगर, कामन क्रो, पेपीलियो और बुसेफुटेड नाम की तितलियां शामिल है. चंबल घाटी के बीहड़ों में भी तितलियां देखी जा रही है. इन रंगबिरंगी तितलियों को देखकर यह बात कही जा सकती है कि भले ही शहरी इलाकों में विकास ने पक्षियों के साथ कीट-पंतगों के आशियाने को उजाड़ दिया हो, लेकिन चंबल का बीहड़ इनका सबसे खास आशियाना बन गया है. इन रंग-बिरंगी तितलियों को देखने के लिए लोग दूर-दराज इलाकों से चंबल घाटी पहुंच रहे हैं.
तितलियों को संरक्षित करने की होनी चाहिए पहल
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम कर रही संस्था सोसायटी फॉर कंजरवेशन ऑफ नेचर के महासचिव डॉ. राजीव चौहान ने बताया कि चंबल घाटी में इस समय काफी संख्या में तितलियां नजर आ रही है. इन तितलियों को देख कर लोग खुश हो रहे हैं, क्योंकि शहरी इलाकों से करीब-करीब पूरी तरह से तितलियां गायब हो चुकी हैं. वन विभाग के विशेषज्ञ अधिकारी ऐसा मानते हैं कि शहरीकरण ने आम इंसान को भले ही लाभ दिया हो, लेकिन तितली जैसे जीव को खासा नुकसान हो रहा है और लगातार एक के बाद एक गायब होती चली जा रही है. अब चंबल घाटी में मौजूद इन तितलियों के प्रजाति को संरक्षित करने की दिशा में पहल की जानिए चाहिए.
Tags: Etawah news, Local18, Uttarpradesh newsFIRST PUBLISHED : August 8, 2024, 14:44 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed