चदंन की खेती में अपना लें यह तरीका लाखों नहीं करोड़ों में होगी कमाई

चंदन की खेती के लिए दोमट मिट्टी सही होती है. दोमट मिट्टी का पीएच मान 4.5 से 6.5 सही रहता है. इसकी खेती करने के लिए किसानों को खेत के मेड़ों पर लगाना चाहिए. चंदन के पौधे वैसे जगह पर जगाएं जहां जलजमाव ना हो. साथ ही चंदन के पौधे के पास एक और पौधे लगाएं ताकि चंदन का पेड़ उससे आहार लेता रहे, क्योंकि चंदन एक ऐसा पेड़ है जो आहार अर्जित नहीं कर पाता है.

चदंन की खेती में अपना लें यह तरीका लाखों नहीं करोड़ों में होगी कमाई
कन्नौज. इत्र नगरी कन्नौज के किसान पारंपरिक खेती के साथ अलग-अलग तरह की फसलों की खेती भी कर रहे हैं. ऐसे में किसान अब चंदन की खेती की तरफ बढ़ रहे हैं. चंदन की खेती किसान अच्छी कमाई कर सकते हैं. चंदन की खेती अधिकतर भारत के दक्षिण के राज्यों में की जाती है, लेकिन अब कन्नौज के किसान भी चंदन की खेती कर सकेंगे. एफएफडीसी में बड़ी मात्रा में चंदन के पौध को तैयार किया गया है. यहां से पौधा लेने पर किसानों को वैज्ञानिकों द्वारा चंदन की खेती के बारे में नि:शुल्क प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. कैसे करें चंदन की खेती चंदन की खेती के लिए दोमट मिट्टी सही होती है. दोमट मिट्टी का पीएच मान 4.5 से 6.5 सही रहता है. इसकी खेती करने के लिए किसानों को खेत के मेड़ों पर लगाना चाहिए, ताकि यह लंबे समय तक बनी रहे.  चंदन के एक पौधे को तैयार होने में लगभग 20 वर्ष लग जाता है. चंदन के पौधे लगाने के साथ उसके पास एक और पौधे लगाना चाहिए ताकि चंदन का पेड़ उससे आहार लेता रहे, क्योंकि चंदन एक ऐसा पेड़ है जो की आहार अर्जित नहीं कर पाता है. चंदन का पौधा लगाने के बाद शुरुआत में बहुत अधिक ध्यान देने की जरूरत रहती है. उसको ऐसी जगह पर लगाना चाहिए, जहां पानी का जमाव ना हो. कई दिनों तक पानी में डूबे रहने के कारण भी यह खराब हो सकता है. 150 रूपए में यहां मिल जाएगा चंदन का पौधा कन्नौज रेलवे स्टेशन से करीब 3 किलोमीटर की दूरी पर नेशनल हाइवे 91 पर एफएफडीसी केंद्र बना हुआ है. यहां वैज्ञानिकों द्वारा चंदन के पौधे को तैयार किया गया है. वहीं एक पौध की कीमत 150 रुपये निर्धारित की गई है. किसान या इच्छुक व्यक्ति सीधे जाकर यह पौध खरीद सकते हैं. कषि वैज्ञानिक कमलेश कुमार ने बताया कह चंदन की खेती अब किसान आसानी से कर सकते हैं. चंदन की खेती से किसान लाखों नहीं करोड़ों की कमाई कर सकते हैं. चंदन की खेती करने के लिए लंबे वक्त की जरूरत होती है, ऐसे में किसान खेत के मेड़ों पर इसकी रोपाई कर सकते हैं. कन्नौज में इत्र की सबसे ज्यादा डिमांड रहती है, ऐसे में चंदन का सबसे ज्यादा इत्र उद्योग में उपयोग होता है. चंदन की खेती कन्नौज के किसानों के लिए फायदे का सौदा होगा. Tags: Agriculture, Kannauj news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : August 25, 2024, 11:21 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed