विदेश से की मेडिकल की पढ़ाईडॉक्टरी को नहीं बनाया सिर्फ कमाई का जरिया
विदेश से की मेडिकल की पढ़ाईडॉक्टरी को नहीं बनाया सिर्फ कमाई का जरिया
विदेश से पढ़ाई करके आए डॉ. मयंक बंसल एक निजी अस्पताल बंसल अस्पताल के संचालक हैं. डॉक्टर मयंक बुंदेलखंड क्षेत्र के लोगों को कई मुफ्त सेवाएं भी देते हैं. वह हर 3 महीने पर एक ऐसा कैंप लगाते हैं जहां मुफ्त में परामर्श देते हैं और मुफ्त में लोगों के जरूरी टेस्ट भी करते हैं.
शाश्वत सिंह/झांसी. प्राइवेट अस्पताल या क्लिनिक में इलाज करने वाले डॉक्टरों को लेकर लोगों में एक आम धारणा होती है कि ये महंगा इलाज करते हैं. लेकिन, कई ऐसे डॉक्टर हैं जो अपने स्तर पर लोगों की इस धारणा को बदलने में लगे हुए हैं या कह सकते हैं कि कुछ डॉक्टर अपने पेशे को सिर्फ कमाई का जरिया न मानकर अपने सिद्धातों के आधार पर बहुत ही उचित कीमत पर लोगों का इलाज करते हैं. ऐसे ही एक डॉक्टर हैं झांसी के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. मयंक बंसल.
विदेश से पढ़ाई करके आए डॉ. मयंक बंसल एक निजी अस्पताल बंसल अस्पताल के संचालक हैं. डॉक्टर मयंक बुंदेलखंड क्षेत्र के लोगों को कई मुफ्त सेवाएं भी देते हैं. वह हर 3 महीने पर एक ऐसा कैंप लगाते हैं जहां मुफ्त में परामर्श देते हैं और मुफ्त में लोगों के जरूरी टेस्ट भी करते हैं.
देश की सेवा करने के लिए लौटे
डॉ. मयंक बंसल साल 2000 में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद ऑर्थोपेडिक सर्जरी में महारत हासिल करने के लिए विदेश गए. वहां 5 साल पढ़ाई करने के बाद वह वापस भारत लौटे. भारत और बुंदेलखंड से उनका प्यार उन्हें झांसी खींच लाया. यहां उन्होंने प्रैक्टिस शुरू कर दी. मेडिकल कॉलेज में 10 साल सेवाएं देने के बाद उन्होंने अपना एक निजी अस्पताल शुरु किया.
Tags: Jhansi news, Local18, Medical18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : May 14, 2024, 20:27 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed