लड्डू गोपाल का रामनगरी अयोध्या से रहा है गहरा नाता जानिए इतिहास
लड्डू गोपाल का रामनगरी अयोध्या से रहा है गहरा नाता जानिए इतिहास
Krishna Janmashtami 2024: वैसे तो भगवान कृष्ण की जन्माष्टमी 26 और 27 अगस्त को पूरे देश में मनाई जाएगी, लेकिन क्या आप जानते हैं कि लड्डू गोपाल का रामनगरी अयोध्या से भी गहरा नाता रहा है. राम मंदिर के पुजारी ने बताया कि भगवान राम और श्री कृष्ण का एक दूसरे के साथ शाश्वत संबंध रहा है.
अयोध्या: आपने अक्सर मठ मंदिरों में एक भजन सुना होगा ‘जग में सुंदर है दो नाम चाहे कृष्ण कहो या राम’. वैसे तो भगवान श्री कृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ था, लेकिन प्रभु राम की नगरी अयोध्या से भी लड्डू गोपाल का गहरा संबंध है. जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण अयोध्या के प्रसिद्ध मंदिर कनक भवन में देखने को मिलता है.
वैसे तो भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव 26 और 27 अगस्त को पूरे देश में धूमधाम के साथ मनाया जाएगा, लेकिन अयोध्या से नंदलाल का भी गहरा नाता जुड़ा है. आज हम आपको वह गहरा राज बताते हैं.
जानें भगवान कृष्ण कब आए थे अयोध्या
दरअसल, लगभग 2000 साल पूर्व महाराज विक्रमादित्य ने कनक भवन का जीर्णोद्धार कराया था. उस समय शिलापट को संरक्षित भी किया गया था. आज भी वह शिलापट कनक भवन के मंदिर में देखने को मिलता है. शिलापट को देखें तो साफ पता चलता है कि भगवान श्री कृष्णा जरासंध का वध करने के बाद धर्म नगरी अयोध्या आए थे.
उस दौरान उन्होंने कनक भवन को देखा जो एक टीले के शक्ल में सिमट कर रह गया था. शिलापट पर लिखे इस लोक से स्पष्ट होता है कि भगवान श्री कृष्ण ने इस शिला पर आनंद का अनुभव भी किया था. जिसके बाद उन्होंने कनक भवन के जीर्णोद्धार करने का फैसला किया और कनक भवन का निर्माण कराया.
जानें कनक भवन का इतिहास
इतना ही नहीं ऐसा कहा जाता है कि भगवान श्री कृष्ण ने ही कनक भवन का कायाकल्प किया था और वहां पर प्रभु राम माता सीता की मूर्ति की स्थापना भी की थी. हालांकि पौराणिक मान्यता के अनुसार कनक भवन राजा दशरथ ने रानी कैकेयी को प्रदान किया था, जिसके बाद रानी ने माता सीता को यह भवन मुंह दिखाई की रस्म में दिया था.
रिसर्च करने वाले रघुवर शरण ने बताया
अयोध्या के पौराणिक और प्राचीन मठ मंदिरों में विगत कई वर्षों से रिसर्च करने वाले वरिष्ठ पत्रकार रघुवर शरण बताते हैं कि कनक भवन में आज भी कुछ श्लोक लिखे हैं, जिससे यह पता चलता है कि इस भवन का जीर्णोद्धार भगवान श्री कृष्ण ने कराया था.
जानें राम मंदिर के पुजारी ने क्या कहा
वहीं, राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास बताते हैं कि भगवान राम और श्री कृष्ण का एक दूसरे के साथ शाश्वत संबंध रहा है. दोनों भगवान विष्णु के अवतार पुरुष हैं. आचार्य ने बताया कि पूरे जग में दो ही नाम चलते हैं. एक तो भगवान राम और दूसरे भगवान श्री कृष्ण. इन दोनों ने धरती से राक्षसों का नाश करने के लिए ही अवतार लिया था.
Tags: Ayodhya News, Local18, Sri Krishna JanmashtamiFIRST PUBLISHED : August 26, 2024, 12:21 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed