मैं ऐसा व्यवहार नहीं कर सकताजयशंकर का मजाकिया लहजे में अमेरिका को संदेश
मैं ऐसा व्यवहार नहीं कर सकताजयशंकर का मजाकिया लहजे में अमेरिका को संदेश
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में छींटाकशी और भारत की आलोचना किए जाने पर मजाकिया लहजे में जवाब दिया. उन्होंने कहा, मेरी ओर से इस तरह के बुरे व्यवहार की उम्मीद तो कतई न करें.
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस एक दूसरे पर जमकर छींटाकशी कर रहे हैं. कमला हैरिस ट्रंप को बूढ़ा, अपराधी और अजीब तक कह चुकी हैं. तो ट्रंप ने हैरिस पर निशाना साधते हुए कहा-वो बहुत छोटी हैं और बाइडन से भी खराब कैंडिडेट है. एक्सपर्ट के मुताबिक, इन दोनों के बीच बातचीत का स्तर इतना नीचे गिर गया है, जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती. उधर, अमेरिकी नेता बीच-बीच में भारत की आलोचना करते रहते हैं. जब इन सबके बारे में विदेश मंत्री एस जयशंकर से सवाल पूछा गया तो उन्होंने मजाकिया लहजे में जवाब दिया. लेकिन वह अमेरिका के लिए तगड़ा संदेश है.
जापान की राजधानी टोक्यो में एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से पूछा कि अमेरिकी राजनीति में जिस तरह की बातें हो रही हैं, उस पर आपका क्या कहना चाहेंगे? जवाब देते हुए जयशंकर ने कहा, एक लोकतंत्र के लोगों द्वार दूसरे लोकतंत्र पर टिप्पणी करना उचित नहीं है. विशेष रूप से अगर यह किसी एजेंडे से प्रभावित हो तो और भी नहीं. मेरी ओर से बुरे व्यवहार की उम्मीद तो कतई न करें.
शिष्टाचार का पालन भी नहीं करते
अमेरिका के कई नेताओं ने बीते दिनों भारत की आलोचना भी की है. इस पर कटाक्ष करते हुए जयशंकर ने कहा, अगर मैं शिकायत करूं कि दूसरे लोग सामान्य शिष्टाचार का पालन भी नहीं करते हैं, तो उससे पहले जरूरी है कि मैं खुद एक उदाहरण बनकर दिखाऊं. ऐसे मसलों में मैं आपको जो सबसे अच्छा जवाब दे सकता हूं, वो यही है कि सवाल को टाल दिया जाए. कोई जवाब न दिया जाए…
जब केजरीवाल पर दी थी तीखी प्रतिक्रिया
जयशंकर ने पहले भी भारत के आंतरिक और बाहरी मामलों पर टिप्पणी करने के लिए अमेरिका की आलोचना की है. इसी महीने की शुरुआत में जब अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने पीएम मोदी के रूस दौरे को लेकर निराशा जताई थी, तब भी भारत ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी. अप्रैल में जब अमेरिका, जर्मनी और संयुक्त राष्ट्र के दूतों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर बयान दिया था, तब तो जयशंकर ने चेतावनी तक दे डाली थी.
चीन पर किसी तीसरे देश की जरूरत नहीं
चीन पर भी जयशंकर ने दुनिया को संदेश दिया. कहा, यह भारत और चीन के बीच का मुद्दा है, इस मुद्दे पर बात करना और हल करना हम दोनों का काम है. अन्य देशों की इस मामले में रुचि होगी क्योंकि हम दो बड़े देश हैं, लेकिन हम इसे सुलझाने के लिए अन्य देशों की ओर नहीं देख रहे हैं.
Tags: S Jaishankar, US Presidential Election 2024FIRST PUBLISHED : July 30, 2024, 17:53 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed