धनखड़ ने जयराम को बताया इंटेलिजेंट तो खड़गे बोले- क्या मैं मंदबुद्धि हूं
धनखड़ ने जयराम को बताया इंटेलिजेंट तो खड़गे बोले- क्या मैं मंदबुद्धि हूं
राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी भाषण दे रहे थे. तभी कुछ ऐसा हुआ कि चेयरमैन जगदीप धनखड़ और एलओपी मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच लंबी बहस हो गई.
राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान मंगलवार को सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और चेयरमैन जगदीप धनखड़ के बीच लंबी बहस हो गई. इस दौरान चेयरमैन के एक बात पर खड़गे ने कहा कि आप मुझे मंदबुद्धि बता रहे हैं. फिर धनखड़ ने कह दिया कि आपके दिल में चेयर के प्रति इतनी नफरत भरी है कि इससे पहले ऐसा कभी नहीं देखा गया होगा.
दरअसल, सदन में कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी भाषण दे रहे थे. वह मोदी सरकार को उसके वादें याद दिला रहे थे. उन्होंने काले धन वापस लाने, दो करोड़ रोजगार देने जैसे पीएम मोदी के कई वादों की चर्चा की. इसी दौरान उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की पिछली सरकारों के दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमत काफी कम हो गया था. बावजूद इसके इस सरकार ने देश में तेल के दाम नहीं घटाए. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि पीएम मोदी ने अपने कुछ दोस्तों को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा किया. इस पर चेयरमैन जगदीप धनखड़ ने आपत्ति जताई और कहा कि आपके पास सबूत हो तो ही अपनी बातें कहें.
धनखड़ ने जयराम को बताया इंजेलिजेंट
इस पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश खड़े हो गए. वह चेयरमैन की बातों को काटने लगे. इस पर धनखड़ ने कहा कि जयराज आप बहुत प्रतिभाशाली हैं. आप बहुत हिम्मती हैं. आपको तुरंत खड़गे की जगह विपक्ष के नेता का पद लेना चाहिए. क्योंकि आप कुल मिलाकर खड़गे का ही काम कर रहे हैं. इस पर खड़गे खड़े हो गए. उन्होंने चेयरमैन की बातों पर आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि आपके दिमाग में आज भी वर्ण सिस्टम है. आप इसी कारण रमेश को प्रतिभाशाली बता रहे हैं. और मुझे मंदबुद्धि बता रहे हैं. इसी कारण आप कह रह हैं कि मेरी जगह उनको बैठना चाहिए. खड़गे दलित समुदाय से आते हैं.
इस पर धनखड़ ने सफाई देते हुए कहा कि आप मेरी बात को नहीं समझ पाए. जितना मैं आपका आदर करता हूं उसका एक अंश भी आप मेरे लिए करेंगे तो आपको महसूस होगा कि मैंने कहा क्या है. फिर चेयरमैन ने कहा कि प्रथम पंक्ति में बैठे खड़गे के पास 56 साल अनुभव है. उनको भी जयराम रमेश टिका टिप्पणी कर मदद करना चाहते हैं.
इस पर खड़गे ने सोनिया गांधी की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि मुझे बनाने वाले यहां बैठी हैं. उन्होंने कहा कि न रमेश मुझे बना सकते हैं और न ही आप मुझे बना सकते हैं… जनता ने मुझे बनाया है. फिर चेयरमैन ने खड़गे से कहा कि मैं उस स्तर पर नहीं आना चाहता. संसदीय इतिहास में इससे पहले कभी नहीं ऐसा देखा गया. आपमें चेयर के प्रति अनादर भरा हुआ है.
FIRST PUBLISHED : July 2, 2024, 13:10 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed