बड़ा ही चमत्कारी है शनिदेव का यह मंदिर यहां जज तक आते हैं मत्था टेकने

लोकल 18 से बात करते हुए मंदिर के  पुजारी रामकुमार पुंडीर बताते हैं कि शुरू से ही मंदिर चमत्कारी रहा है. शनि महाराज स्वयं इस मंदिर में विराजते हैं. बताया जाता है कि इस स्थान पर पहले कुछ घटित हुआ है जिस कारण से शनि महाराज ने स्वयं यहां पर आकर अपना स्थान लिया है.

बड़ा ही चमत्कारी है शनिदेव का यह मंदिर यहां जज तक आते हैं मत्था टेकने
अंकुर सैनी/सहारनपुर: सहारनपुर के नानौता में दिल्ली हाईवे पर स्थित श्री सिद्धपीठ श्री शनिधाम मंदिर है, जो कि लाखों लोगों की आस्था का केंद्र है. इस मंदिर की स्थापना 2016 में हरियाणा के रहने वाले शनि भक्त देवेंद्र चौहान ने की थी.  इस मंदिर में मूर्ति स्थापना से ही श्री शनि महाराज ने अपने चमत्कार दिखाने शुरू कर दिए थे. हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, दिल्ली, उत्तराखंड, राजस्थान सहित अन्य कई प्रदेशों से लोग यहां पर शनि महाराज के दर्शन करने पहुंचते हैं. इस शनि मंदिर में शनि महाराज रहते हैं मौजूद, दिखाते हैं चमत्कार मंदिर में जब शनि महाराज की मूर्ति स्थापित हो रही थी, तब मूर्ति रखते वक्त मूर्ति थोड़ी तिरछी रखी गई जिसको सीधा करने के लिए लोगों ने काफी जोर लगाया, लेकिन शनि महाराज की मूर्ति को इंच भर भी नहीं हिला पाये थे. आज भी शनि महाराज की मूर्ति तिरछी ही स्थापित है. कई बार मंदिर को चोरों ने भी निशाना बनाया, लेकिन चोर भी मंदिर से चोरी का सामान मंदिर परिक्षेत्र से बाहर नहीं ले जा सके. कई बार शनिधाम के सामने बड़े भयंकर तरीके से हादसे हुए, लेकिन आज तक किसी को भी खरोंच तक नहीं आई. अनेकों चमत्कार दिखा कर शनि महाराज ने लोगों को अपनी स्वयं की यहां उपस्थिति दर्ज कराई है. यही कारण है कि आज लाखों लोग शनिधाम में पहुंचकर शनि महाराज से मन्नत मांगते हैं और उनकी मन्नत पूरी भी होती है. शनि महाराज के तेल को लगाने से कई लोगों के शरीर की बीमारियां भी दूर हुई हैं. मंदिर बनने से पहले ही है शनि महाराज का स्थान लोकल 18 से बात करते हुए मंदिर के  पुजारी रामकुमार पुंडीर बताते हैं कि शुरू से ही मंदिर चमत्कारी रहा है. शनि महाराज स्वयं इस मंदिर में विराजते हैं. बताया जाता है कि इस स्थान पर पहले कुछ घटित हुआ है जिस कारण से शनि महाराज ने स्वयं यहां पर आकर अपना स्थान लिया है. शनि महाराज के दर्शन करने के लिए बड़े-बड़े नेता, अधिकारी भी यहां पर माथा टेकते हैं. शनि महाराज को न्यायाधीश कहा गया है, इसलिए कई जज भी यहां आकर शनि महाराज का आशीर्वाद लेते हैं. जिनकी मन्नत पूरी होती है. वह यहां पर आकर भंडारा भी देता हैं. शनि महाराज के बाद यहां पर पंचमुखी हनुमान जी की भी स्थापना की गई है. तभी से ही प्रत्येक शनिवार को यहां पर सुंदरकांड का पाठ होता है. Tags: Hindi news, Local18, Religion 18FIRST PUBLISHED : September 13, 2024, 15:07 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.
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