बिना हाथों के जन्मा ये शख्स लाचारी को बनाई स्ट्रेंथपैरों से करते हैं हर काम

Inspirational Story: मुथाराम बालाजी बिना हाथों के पैदा हुए, उन्होंने अपनी मेहनत और जज्बे से हर मुश्किल को पार किया. पढ़ाई, तकनीकी कौशल और आत्मनिर्भरता की मिसाल बनकर वे सरकारी नौकरी के लिए प्रयासरत हैं, प्रेरणा और साहस की कहानी पेश करते हुए.

बिना हाथों के जन्मा ये शख्स लाचारी को बनाई स्ट्रेंथपैरों से करते हैं हर काम
आज के समय में, जब माता-पिता को छोटी-छोटी गलतियों पर आलोचना का सामना करना पड़ता है, मुथाराम बालाजी की कहानी इंसानी जज्बे और दृढ़ निश्चय की मिसाल पेश करती है. जन्म से ही बिना हाथों के बालाजी ने हर बाधा को पार करते हुए खुद को प्रेरणा और उम्मीद का प्रतीक बना लिया है. बालाजी का बचपन और संघर्ष तेलंगाना के पेद्दापल्ली जिले के रामागुंडम क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले मुथाराम श्रीनिवास और तिरुमला के बेटे बालाजी ने अपनी शारीरिक सीमाओं को कभी अपने सपनों के आड़े नहीं आने दिया. बचपन से ही उन्होंने हर काम खुद करने की आदत डाल ली थी. आज वे आसानी से अपने पैरों से लिखते हैं और लैपटॉप चलाते हैं. पढ़ाई और तकनीकी कौशल में महारत बालाजी ने अपनी शारीरिक कमी को कभी भी अपनी शिक्षा और तकनीकी दक्षता में बाधा नहीं बनने दिया. वे वर्तमान में अपनी डिग्री की पढ़ाई कर रहे हैं और साथ ही उन्होंने पीजीडीसीए, ब्रॉडबैंड तकनीकी कार्य, और डेटा साइंस जैसे कोर्स भी पूरे किए हैं. सरकारी नौकरी पाने का सपना बालाजी का सबसे बड़ा सपना एक केंद्रीय सरकारी नौकरी पाना है. उन्होंने कई नौकरियों के लिए आवेदन दिया और लिखित परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन भी किया. हालांकि, उनकी शारीरिक कमी के कारण उन्हें अब तक सफलता नहीं मिल पाई है. बावजूद इसके, बालाजी डटे हुए हैं और अपने सपने को पाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. मां का गर्व और बालाजी की जिद बालाजी की मां तिरुमला अपने बेटे पर गर्व करती हैं. उन्होंने Local18 से बात करते हुए बताया कि बालाजी बचपन से ही हर काम खुद करते आए हैं, चाहे लिखाई हो, लैपटॉप चलाना हो, या स्वादिष्ट खाना बनाना. प्रेरणा बनता बालाजी का संदेश बालाजी की कहानी हमें याद दिलाती है कि शारीरिक सीमाएं किसी की क्षमता को परिभाषित नहीं करतीं. वे लोगों से अपील करते हैं कि उनकी शारीरिक स्थिति से नहीं, बल्कि उनकी प्रतिभा और कौशल से उन्हें पहचाना जाए. अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ते हुए बालाजी का साहस और संकल्प हम सभी के लिए प्रेरणा है Tags: Inspiring story, Local18, Special ProjectFIRST PUBLISHED : December 18, 2024, 17:06 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed