गोलियों से हुए छलनी सामने था दुश्‍मन छूटती सांसों के साथ मारा झपट्टा फिर

कुपवाड़ा की लोलाब घाटी में दो आतंकियों को अंजाम तक पहुंचाने वाले भारतीय सेना के नायक दिलवर खान को उनकी बहादुरी के लिए मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्‍मानित किया गया है. इस ऑपरेशन में नायक दिलवर खान की अद्भुत साहस और अतुलनीय वीरता की कहानी जानने के लिए पढ़ें आगे...

गोलियों से हुए छलनी सामने था दुश्‍मन छूटती सांसों के साथ मारा झपट्टा फिर