कैसे होती है IAS अफसरों की ट्रेनिंग UPSC पास करने के बाद क्या-क्या होता है
कैसे होती है IAS अफसरों की ट्रेनिंग UPSC पास करने के बाद क्या-क्या होता है
IAS Training: आईएएस पूजा खेडकर के चर्चा में आने के बाद आईएएस अधिकारियों की ट्रेनिंग को लेकर तरह तरह के सवाल उठने लगे हैं. आइए समझते हैं कि आखिर यूपीएससी परीक्षा पास करने के बाद इन अधिकारियों की ट्रेनिंग कैसे होती है और इस दौरान उन्हें क्या-क्या करना होता है?
IAS Training: लाखों युवा हर साल संघ लोक सेवा आयोग यूपीएससी की परीक्षा देते हैं, लेकिन उनमें से महज कुछ ही अभ्यर्थी आईएएस के रूप में सेलेक्ट होते हैं. यूपीएससी की प्री मेंस और इंटरव्यू जैसी परीक्षाएं पास करने के बाद IAS बनने वालों की खास ट्रेनिंग भी होती है. इस ट्रेनिंग को पूरा करने के बाद ही उन्हें फील्ड में तैनात किया जाता है.
कहां होती हैं ट्रेनिंग?
यूपीएससी परीक्षा पास करने वालों की ट्रेनिंग लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिस्ट्रेशन (जिसे लबासना कहा जाता है) में होती है. यूपीएससी में सेलेक्ट होने वाले उम्मीदवारों को ट्रेनिंग के लिए भेजा जाता है. यहां पर आईएएस आईपीएस आईएफएस और आईआरएस के पदों पर सेलेक्ट अभ्यर्थियों को एक साथ बुलाया जाता है.
फाउंडेशन कोर्स होता है
आईएएस, आईपीएस, आईएफएस और आईआरएस को सबसे पहले फाउंडेशन कोर्स करना होता है, जिसकी अवधि 4 माह होती है. इस दौरान उन्हें प्रशासनिक सेवा की बुनियादी बातों से अवगत कराया जाता है. पहले चरण में इन भावी अफसरों को कानून, लोक प्रशासन, अर्थशास्त्र और भारतीय राजनीति की जानकारी दी जाती है. इस दौरान उन्हें इन सभी विषयों से संबंधित बातें बताई जाती हैं.
और क्या क्या होता है ट्रेनिंग में?
एक आईएएस अधिकारी ने बताया कि ट्रेनिंग के दौरान उम्मीदवारों को कई तरह के अलग-अलग एक्सपिरिएंसेज कराए जाते हैं. जैसे कि इसमें कई यात्राएं भी कराई जाती हैं. ताकि भावी अधिकारियों को व्यवहारिक जानकारियां हो सकें. इस दौरान प्रशिक्षुओं को हिमालय अध्ययन यात्रा, गांव की यात्रा आदि कराई जाती है. एक अधिकारी ने बताया कि इस प्रशिक्षण के दौरान लगभग 40 दिन की भारत भ्रमण यात्रा भी कराई जाती है, जिससे गांव व समाज की कठिनाइयों को समझने में सहायता मिले. इन सभी गतिविधियों के बाद कैडर आवंटित करके अभ्यर्थियों को उनके कैडर में व्यवहारिक ट्रेनिंग के लिए भेज दिया जाता है.
दूसरे चरण में क्या होता है?
आईएएस ट्रेनिंग का दूसरा चरण फील्ड से लौटने के बाद होता है. फील्ड से व्यवहारिक अनुभव लेकर लौटे ये प्रशिक्षु आईएएस जिला प्रशिक्षण के दौरान आई कठिनाईयों और एक्सपीरिएंस को साझा करते हैं. इसके अलावा जो भी सैद्धांतिक प्रशिक्षण शेष रहता है, उसे पूरा कराया जाता है. लोक प्रशासन और शासन, क्षेत्र के अनुभवों के आधार पर उन्हें इससे उबरने की बारीकियों के बारे में बताया जाता है.
Tags: IAS exam, IAS Officer, UPSC, UPSC Exams, Upsc result, UPSC results, Upsc topperFIRST PUBLISHED : July 24, 2024, 16:27 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed