हैदराबाद: बढ़ती डीजल कीमतों से स्कूल बसों के किराए बढ़े अभिभावकों की जेब पर पड़ा एक और भारी बोझ

हैदराबाद में नए शैक्षणिक सत्र के लिए स्कूलों की फीस पहले ही बढ़ गई थी. अब बसों के किराए में भी बढ़ोतरी होना, अभिभावकों के लिए चिंता का विषय बन गया है.

हैदराबाद: बढ़ती डीजल कीमतों से स्कूल बसों के किराए बढ़े अभिभावकों की जेब पर पड़ा एक और भारी बोझ
हैदराबाद. डीजल की कीमतों में तेजी से हो रही वृद्धि के साथ परिवहन की लागत भी बढ़ती जा रही है. हैदराबाद में ये अभिभावकों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बनती जा रही है, क्योंकि शहर के कई निजी स्कूलों ने छात्रों की बसों के किराए को 20 से 30 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है. अभिभावकों का कहना है कि कई निजी स्कूल पहले ही स्कूलों की फीस बढ़ा चुके हैं और अब स्कूल बसों के किराए में बढ़ोतरी की जा रही है. अभिभावकों का कहना है कि फीस और बसों का उचित किराया तय होना चाहिए. ज्यादातर अभिभावकों ने निजी स्कूलों की निगरानी के लिए शिक्षा विभाग द्वारा गठित उप-समिति की सुस्ती को लेकर सवाल उठाए. लोगों का कहना है कि राज्य सरकार निजी स्कूलों की निगरानी के लिए कोई कदम क्यों नहीं उठा रही है? हंस इंडिया की एक खबर के मुताबिक हैदराबाद स्कूल पेरेंट्स एसोसिएशन (HSPA) के संयुक्त सचिव वेंकट साईनाथ ने कहा कि ‘नए शैक्षणिक सत्र के लिए स्कूलों की फीस पहले ही बढ़ा दी गई है और अब बसों के किराए में भी बढ़ोतरी अभिभावकों के लिए चिंता का विषय बन गई है. स्कूल अब बढ़ा हुआ बस का किराया देने के लिए कह रहे हैं. पिछले साल जहां बस का किराया 2,000 रुपये था वहां अब 4,000 रुपये मांगे जा रहे हैं. बसों का उचित किराया तय होना चाहिए. शिक्षा विभाग द्वारा गठित फी रेगुलेशन कम्युनिटी/ सब कमेटी केवल नाम के लिए है. क्योंकि निजी स्कूलों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है और वे जनता को लूट रहे हैं.’ पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम से परेशान सरकार ने उठाया ये बड़ा कदम, मिलेगी बड़ी राहत बसों के किराए के बढ़ने से परेशान एक और अभिभावक ने कहा कि ईंधन की कीमतें बढ़ने के साथ निजी स्कूलों ने बसों का किराया बढ़ा दिया है. वे हर साल फीस बढ़ाकर हमें लूट रहे हैं. इस नए शैक्षणिक वर्ष के लिए उन्होंने पहले ही ट्यूशन फीस बढ़ा दी है. हमसे बसों का और अधिक किराया क्यों मांगा जा रहा है. वे हमारे बच्चों के लिए क्या अतिरिक्त सुविधाएं देंगे.’जबकि स्कूल बसों के किराए के बढ़ने के बारे में कई स्कूलों के प्रबंधन का कहना है कि ईंधन की कीमतों में वृद्धि के साथ-साथ बसों की रखरखाव लागत, ड्राइवरों और परिचारकों के वेतन और करों में काफी वृद्धि हुई है. इसके कारण स्कूल बसों के किराए बढ़ गए हैं. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Hyderabad, Parents, School BusFIRST PUBLISHED : July 08, 2022, 14:01 IST