मुंबई: अब आपको अपनी गाड़ी के लिए मनचाहा नंबर लेने के लिए अधिक खर्च करने पड़ेंगे. महाराष्ट्र सरकार ने नए वाहनों के लिए ‘च्वाइस नंबर’ यानी VIP नंबरों की फीस बढ़ा दी है. इसका मतलब है कि मुंबई, पुणे जैसे शहरों में चार पहिया वाहनों के लिए सबसे ज्यादा डिमांड वाला ‘0001’ नंबर अब 6 लाख रुपये में मिलेगा.
जी हां, महाराष्ट्र सरकार ने नए वाहनों के लिए पसंदीदा नंबर (वीआईपी नंबर) के लिए ली जाने वाली शुल्क में वृद्धि कर दी है. दिलचस्प बात यह है कि नए नियमों के मुताबिक, मुंबई और पुणे जैसे बड़े शहरों में ‘आउट-ऑफ-सीरीज’ VIP नंबर की कीमत 18 लाख रुपये तक होगी. गौरतलब है कि इतने में तो एक अच्छी खासी कार आ जाती है.
परिवहन विभाग की 30 अगस्त की अधिसूचना के अनुसार, चार पहिया वाहनों के लिए ‘0001’ नंबर की फीस मौजूदा 3 लाख रुपये से बढ़कर 5 लाख रुपये हो जाएगी. वहीं, दोपहिया और तिपहिया वाहनों के लिए यह शुल्क मौजूदा 50,000 रुपये से दोगुना होकर 1 लाख रुपये हो जाएगा.
मुंबई, मुंबई उपनगरीय, पुणे, ठाणे, रायगढ़, औरंगाबाद, नासिक, कोल्हापुर और नासिक जैसे उच्च मांग वाले क्षेत्रों में ‘0001’ के लिए वीआईपी शुल्क छह लाख रुपये होगा, जबकि चार या अधिक पहियों वाले वाहनों के लिए यह चार लाख रुपये होगा. बता दें कि अमीर लोग, बड़े बिजनेसमैन, नेता और मशहूर हस्तियां अक्सर अपनी महंगी कारों के लिए VIP नंबर पसंद करते हैं.
नए नियमों के मुताबिक, अगर किसी खास तरह के वाहन के लिए मौजूदा सीरीज में ‘0001’ नंबर उपलब्ध नहीं है और उसे दूसरे सीरीज से देना पड़ता है, तो चार पहिया और उससे अधिक पहियों वाले वाहनों के लिए ‘तीन गुना बेसिक फीस’ 15 लाख रुपये और दोपहिया और तिपहिया वाहनों के लिए 3 लाख रुपये होगी.
इसका मतलब है कि मुंबई और पुणे जैसे बड़े शहरों में ‘आउट-ऑफ-सीरीज’ VIP नंबर की कीमत 18 लाख रुपये तक होगी, जो कई मिड-सेगमेंट कारों की कीमत के बराबर है. पहले यह फीस 12 लाख रुपये थी. इसके अलावा, राज्य सरकार ने VIP नंबरों को जीवनसाथी, बेटे और बेटियों समेत परिवार के सदस्यों को ट्रांसफर करने की अनुमति दे दी है. पहले ऐसे ट्रांसफर की अनुमति नहीं थी.
यह फीस बढ़ोतरी 16 सितंबर, 2022 को जारी एक मसौदा अधिसूचना के बाद हुई है. इससे पहले आखिरी बार फीस में 20 अप्रैल, 2013 को संशोधन किया गया था. महाराष्ट्र ने प्रत्येक पंजीकरण सीरीज में 240 VIP नंबर चिन्हित किए हैं, जिनमें 0009, 0099, 0999, 9999 और 0786 जैसे प्रमुख नंबर शामिल हैं. इनके अलावा 0001 नंबर की फीस भी बढ़ाकर चार पहिया और उससे ज़्यादा पहियों वाले वाहनों के लिए 1.5 लाख रुपये से 2.5 लाख रुपये और दोपहिया और तिपहिया वाहनों के लिए मौजूदा 20,000 रुपये के बजाय 50,000 रुपये कर दी गई है.
अन्य मांग वाले नंबरों की फीस भी बढ़ा दी गई है. 16 लोकप्रिय नंबरों के लिए, चार पहिया वाहनों के लिए नया शुल्क मौजूदा 70,000 रुपये के बजाय 1 लाख रुपये और दोपहिया वाहनों के लिए 15,000 रुपये से 25,000 रुपये है. 49 अतिरिक्त नंबरों के लिए, चार पहिया वाहनों के लिए शुल्क को मौजूदा 50,000 रुपये से बढ़ाकर 70,000 रुपये और दोपहिया और तिपहिया वाहनों के लिए 15,000 रुपये कर दिया गया है.
0011, 0022, 0088, 0200, 0202, 4242, 5656 और 7374 जैसे 189 पंजीकरण नंबरों के एक और सेट के लिए संशोधित शुल्क चार पहिया वाहनों के लिए 25,000 रुपये और दोपहिया और दो पहिया से अधिक वाहनों के लिए 6,000 रुपये हैं. वाहनों के मालिकों को फायदा पहुंचाने के लिए सरकार ने VIP नंबर वाले वाहन को पेश करने की अवधि को 30 दिनों से बढ़ाकर छह महीने कर दिया है.
सरकारी वाहनों के लिए VIP नंबर आरक्षित नहीं होंगे. हालांकि, विशेष आदेशों के माध्यम से पंजीकरण चिह्न के लिए शुल्क के भुगतान से छूट दी जा सकती है, जिससे किसी भी मौजूदा श्रृंखला से आवंटन की अनुमति मिल सके. शुल्क वृद्धि से राज्य परिवहन विभाग के लिए अतिरिक्त राजस्व उत्पन्न होने की उम्मीद है, जिसने वित्तीय वर्ष 2017-18 में 1,83,794 मामलों में पंजीकरण संख्या जारी करने से 139.20 करोड़ रुपये की कमाई की सूचना दी थी.
Tags: Maharashtra News, Mumbai NewsFIRST PUBLISHED : September 2, 2024, 07:19 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed