शिंदे अभी CM बाद में देखेंगे मैं दिल्ली नहीं जा रहा फडणवीस ने फेंकी गुगली

Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति और एमवीए ने कमर कस ली है. महायुति की ओर से सीएम पद को लेकर पत्ता नहीं खोला गया है. जब देवेंद्र फडणवीस से सवाल किया गया तो उन्होंने गुगली फेंक दी.

शिंदे अभी CM बाद में देखेंगे मैं दिल्ली नहीं जा रहा फडणवीस ने फेंकी गुगली
मुंबई: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का बिगुल अभी नहीं बजा है, मगर सियासी दांव-पेच शुरू है. महाराष्ट्र में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव है. टक्कर महायुति और महा विकास अघाड़ी में ही है. महायुति की ओर से सीएम पद के लिए एकनाथ शिंदे रहेंगे या कोई और, इसे लेकर सस्पेंस बरकरार है. इस बीच महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने ऐसी गुगली फेंकी है, जिससे सियासी हलचल बढ़ गई है. देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे या अजित पवार, महायुति में नंबर वन कौन होगा, यह चुनाव के बाद ही फैसला होगा. फिलहाल, देवेंद्र फडणवीस ने अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं कि वह दिल्ली नहीं जा रहे हैं. वह महाराष्ट्र की सियासत में ही रहेंगे. दरअसल, न्‍यूज 18 इंडिया के खास कार्यक्रम ‘डायमंड स्‍टेट्स समिट-महाराष्‍ट्र’ में देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र की सियासत में आगे क्या होने वाला है, इसकी धुंधली तस्वीर दिखा दी. उन्होंने साफ-साफ कह दिया कि मुख्यमंत्री पद पर फैसला नतीजों के बाद ही होगा. कार्यक्रम के दौरान जब उनसे पूछा गया क‍ि महायुत‍ि में नंबर वन कौन होगा? तो इस सवाल पर उन्‍होंने साफ-साफ कह दिया क‍ि अभी तो एकनाथ शिंदे ही मुख्‍यमंत्री हैं. उन्‍हीं के चेहरे पर हम चुनाव में जा रहे हैं. चुनावी नतीजे आने के बाद हम बैठकर तय कर लेंगे क‍ि आगे क्‍या करना है. फडणवीस ने फेंकी गुगली इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि फिलहाल वह दिल्ली नहीं जा रहे हैं. वह महाराष्ट्र की सियासत में ही बने रहेंगे. देवेंद्र फडणवीस के इस बयान के बहुत मायने हैं. सीएम पद पर नतीजों के बाद फैसला होना और फिर महाराष्ट्र में ही खुद को बनाए रखना, यह इशारा करता है कि देवेंद्र फडणवीस के मन में कुछ चल रहा है. ऐसे लग रहा है कि महायुति में आने वाले वक्त में बड़े बदलाव दिख सकते हैं. महायुति में भाजपा, शिवसेना और एनसीपी है. चुनावी नतीजों से ही साफ होगा कि नंबर वन कौन होगा? फिलहाल, देवेंद्र फडणवीस हर संभावना के लिए दरवाजे खोलकर रखना चाहते हैं. यहां बताना जरूरी है कि देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र में भाजपा का मुख्य चेहरा हैं. देवेंद्र का बड़ा होगा कद? हालांकि, यह हकीकत है कि महाराष्ट्र की सत्ता को अपने पास रखने और महाविकास अघाड़ी को कमजोर करने के लिए भाजपा ने एकनाथ शिंदे को सीएम बनने दिया था. इससे पहले देवेंद्र फडणवीस सीएम रह चुके हैं. उनका सीएम से डिप्टी सीएम बनना, सियासी मजबूरी थी. मगर चुनाव के नतीजों के बाद नंबर गेम से तय हो जाएगा कि सीएम पद किसका होगा. एनसीपी, शिवसेना या भाजपा, जिसके भी नंबर अधिक होंगे, पलड़ा उसी का भारी होगा. अगर भाजपा के पक्ष में महायुति में नतीजे आते हैं तो इसमें कोई शक नहीं कि देवेंद्र फडणवीस ही मुख्यमंत्री बनेंगे. यही वजहै है कि लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद से भाजपा महाराष्ट्र में फूंक-फूंककर कदम रख रही है. कब डिप्टी सीएम बने थे देवेंद्र दरअसल, 30 जून 2022 को BJP और शिंदे गुट शिवसेना ने मिलकर सरकार बनाई थी. इस सरकार में एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस को डिप्टी सीएम बनाया गया. बाद में एनसीपी का अजित पवार गुट भी शामिल हो गया और अजिप पवार भी डिप्टी सीएम बने. इस तरह अभी महाराष्ट्र में महायुति की सरकार है. देवेंद्र फडणवीस चाहते तो उस वक्त भी सीएम पद के लिए अड़े रह सकते थे. मगर तब भाजपा एकनाथ शिंदे को बड़ा पद देकर उद्धव की शिवसेना को और कमजोर करना चाहती थी. यही वजह है कि न चाहते हुए भी देवेंद्र फडणवीस को सीएम से सीधे डिप्टी सीएम पर मानना पड़ा था. हालांकि, वह ऐसे ही नहीं माने थे. उन्हें पीएम मोदी और अमित शाह ने समझाया था. फिलहाल, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति और विपक्षी अलायंस महा विकास अघाड़ी कमर कस चुकी है. महाराष्ट्र में पिछले पांच साल में क्या-क्या हुआ? बता दें कि महाराष्ट्र में विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं. दिसंबर से पहले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव संपन्न हो जाएगा. पिछला विधानसभा चुनाव अक्टूबर 2019 में हुआ था. पिछले चुनाव में भाजपा की अगुआई वाले एनडीए को बहुमत मिला था. मगर सीएम फेस पर ऐसा पेच फंसा कि एनडीए में आंतरिक कलह हो गया. इसकी वजह से उद्धव की शिवसेना एनडीए से अलग हो गई. इसके बाद शरद पवार की एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर एमवीए की सरकार बनी और उद्धव मुख्यमंत्री. इसके बाद साल 2022 में महाराष्ट्र में सियासी भूचाल आया. उद्धव की शिवसेना में खलबली मच गई और एकनाथ शिंदे ने 40 विधायकों के साथ बीजेपी के साथ सरकार बना ली. इस महायुति सरकार में एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बने और देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम. फिर, कुछ समय बाद यानी महाराष्ट्र में एक और सियासी भूचाल आया और अब एनसीपी में भगदड़ मची. शरद पवार को झटका देकर एनसीपी का अजित पवार गुट एनडीए में शामिल हो गया और वह भी डिप्टी सीएम बन गए. Tags: Assembly elections, Devendra Fadnavis, Maharashtra NewsFIRST PUBLISHED : August 30, 2024, 06:58 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed