पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने पर शिंदे गुट ने विधायकों की अयोग्ता के लिए भेजी लिस्ट आदित्य ठाकरे का नाम नहीं
पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने पर शिंदे गुट ने विधायकों की अयोग्ता के लिए भेजी लिस्ट आदित्य ठाकरे का नाम नहीं
गोगावले ने बताया कि फ्लोर टेस्ट के दौरान व्हिप का उल्लंघन करने के लिए उद्धव खेमे के 16 विधायकों को निलंबित करने के लिए अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को अयोग्यता याचिका सौंपी गई है.
मुंबई. महाराष्ट्र में नई सरकार की गठन के बाद भी अभी राजनीतिक गतिरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी कड़ी में शिवसेना के एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट ने उद्धव ठाकरे के पक्ष के विधायकों की अयोग्यता के लिए नाम दे दिया है. हालांकि शिंदे गुटे ने महाराष्ट्र सरकार में रह चुके मंत्री और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे का नाम नहीं दिया. आदित्य ठाकरे ने फ्लोर टेस्ट के दौरान उन्होंने सरकार का समर्थन करने के लिए पार्टी के व्हिप का उल्लंघन किया. शिंदे गुट के विधायकों ने बताया कि बाल ठाकरे के सम्मान को ध्यान में रखते हुए आदित्य ठाकरे का नाम नहीं सौंपा गया है. शिंदे के नेतृत्व वाले गुट के मुख्य सचेतक भरत गोगावाले ने एएनआई को बताया, “हमने हमारे व्हिप का उल्लंघन करने वाले सभी विधायकों को अयोग्य घोषित करने के लिए नोटिस दिए हैं. हमने बालासाहेब ठाकरे के प्रति सम्मान को देखते हुए उनका (आदित्य ठाकरे का) नाम (अयोग्यता के लिए) नहीं दिया है. मुख्यमंत्री इस पर फैसला लेंगे.
आदित्य पूर्व कैबिनेट मंत्री और उद्धव ठाकरे के बेटे हैं. गोगावले ने बताया कि फ्लोर टेस्ट के दौरान व्हिप का उल्लंघन करने के लिए उद्धव खेमे के 16 विधायकों को निलंबित करने के लिए अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को अयोग्यता याचिका सौंपी गई है. इससे पहले दिन में, शिंदे ने महाराष्ट्र विधानसभा में विश्वास मत के दौरान 99 के मुकाबले 164 के प्रचंड बहुमत से जीत हासिल की. विश्वास मत के दौरान अनुपस्थित रहने वालों में तीन विधायक मतदान से दूर रहे, जबकि कांग्रेस के अशोक चव्हाण और विजय वडेट्टीवार शामिल थे. हाल ही में शिवसेना के एक विधायक की मृत्यु के बाद, विधानसभा की वर्तमान संख्या घटकर 287 रह गई है, इस प्रकार बहुमत का आंकड़ा 144 है. फ्लोर टेस्ट से पहले, उद्धव ठाकरे खेमे से शिवसेना विधायक संतोष बांगर, सीएम शिंदे के गुट में शामिल हो गए, जिसकी संख्या 40 हो गई.
फ्लोर टेस्ट के बाद सदन में बोलते हुए, देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जब कुछ विधायक मतदान कर रहे थे, तो विपक्षी बेंच के सदस्य ईडी-ईडी चिल्ला रहे थे. उन्होंने कहा कि “यह सच है कि नई सरकार ईडी द्वारा बनाई गई है, जो एकनाथ और देवेंद्र के लिए है. पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे का नाम लिए बिना, फडणवीस ने दावा किया कि महाराष्ट्र ने पिछले कुछ वर्षों में “नेतृत्व की उपलब्धता की कमी” देखी है. इस बीच, सुप्रीम कोर्ट शिवसेना के मुख्य सचेतक सुनील प्रभु की याचिका पर 11 जुलाई को सुनवाई के लिए सहमत हो गया है, जिसमें सीएम एकनाथ शिंदे और 15 बागी विधायकों को निलंबित करने की मांग की गई है, जिनके खिलाफ अयोग्यता याचिकाएं लंबित हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी |
Tags: Aditya thackeray, Eknath Shinde, MaharashtraFIRST PUBLISHED : July 05, 2022, 07:42 IST