चमत्कार या कुछ और जब साईं बाबा के माथे से अचानक टपकने लगा शहद
चमत्कार या कुछ और जब साईं बाबा के माथे से अचानक टपकने लगा शहद
Sai Baba: निज़ामाबाद में साईं बाबा की अद्भुत महिमा से प्रेरित होकर, हरि प्रसाद ने एक विशेष मंदिर की स्थापना की. यहां चमत्कारी घटनाएं और भक्तों की अनोखी आस्था का संगम देखने को मिलता है, जो सभी को आकर्षित करता है.
निजामाबाद जिले में रेलवे कॉमन एरिया में रहने वाले हरि प्रसाद और उनकी पत्नी मीना के घर में कुछ ऐसा हुआ जिसने लोगों को हैरान कर दिया. उनके घर में लगी साईं बाबा की तस्वीर के माथे से शहद टपकने लगा. यह चमत्कार 49 दिनों तक जारी रहा. हर कोई इसे देखने के लिए उनके घर पर उमड़ पड़ा. यह देखकर हरि प्रसाद ने साईं बाबा के प्रति अपनी भक्ति को और गहरा किया और 2007 में साईं बाबा का एक मंदिर बनाने का संकल्प लिया.
मंदिर निर्माण और विशेष पूजा की शुरुआत
साईं बाबा के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट करते हुए, हरि प्रसाद ने भक्तों के सहयोग से मंदिर का निर्माण करवाया. तब से बाबा की विशेष पूजा-अर्चना शुरू हो गई. यह मंदिर भक्तों के लिए आस्था का केंद्र बन गया. भक्तों की मनोकामना पूरी होने पर वे बड़ी संख्या में मंदिर में आने लगे. हर गुरुवार यहां तीन हजार भक्तों को अन्न प्रसाद वितरित किया जाता है.
शहद टपकने की शुरुआत कैसे हुई?
हरि प्रसाद ने बताया कि साईं बाबा की तस्वीर से शहद टपकना सबसे पहले उनके घर में शुरू हुआ. इसे देखने के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से आने लगे. इसके बाद उन्होंने ‘हनी साईं बाबा’ के नाम से मंदिर बनवाया. उनका कहना है कि इस घटना ने उनकी आस्था को और मजबूत कर दिया.
शिरडी से जुड़े चमत्कार और बाबा की महिमा
हरि प्रसाद ने बताया कि एक बार उन्हें शिरडी जाने की सलाह दी गई. इसके बाद, कई श्रद्धालु शिरडी से साईं बाबा की तस्वीरें लेकर आए. इन सभी तस्वीरों से भी शहद टपकने लगा. यह घटना कई दिनों तक चलती रही. बाद में, विभूति भी निकलने लगी, जिसने इस चमत्कार को और अधिक चमत्कारी बना दिया.
बाबा की महिमा से प्रभावित भक्त
हरि प्रसाद ने कहा कि इस चमत्कार ने उन्हें बाबा का अनन्य भक्त बना दिया. बाबा की महिमा को जानने और समझने के बाद उन्होंने साईं बाबा की शिक्षाओं का पालन शुरू किया. वे हर गुरुवार को अन्नदान का आयोजन करते हैं, जिसमें हजारों श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं.
भक्तों की सेवा और कोरोना के बाद की स्थिति
कोरोना काल के दौरान मंदिर में भक्तों की संख्या में कमी आई थी, लेकिन अब फिर से श्रद्धालु बड़ी संख्या में आने लगे हैं. हर गुरुवार को अन्नदान का कार्यक्रम जारी है. भक्त यहां बाबा से अपनी मनोकामनाएं पूरी करने की प्रार्थना करते हैं और अपनी श्रद्धा प्रकट करते हैं.
दुर्गा मल्लेश्वरी देवी का मंदिर और भक्तों की आस्था
साईं बाबा के मंदिर के पास दुर्गा मल्लेश्वरी देवी का मंदिर भी है, जिसे देवी महिमामयी माना जाता है. श्रद्धालु अपनी मनोकामना पूरी होने के बाद यहां सेवा करते हैं. हरि प्रसाद का कहना है कि जो भी भक्त बाबा से सच्चे मन से कुछ मांगते हैं, उनकी इच्छा जरूर पूरी होती है.
Tags: Ajab Gajab, Dharma Aastha, Local18, Special Project, TelanganaFIRST PUBLISHED : January 2, 2025, 12:13 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed