आरा लोकसभा चुनाव 2024 रिजल्ट: आरके सिंह और सुदामा प्रसाद के बीच कांटे की टक्कर

आरा लोकसभा सीट पर इस बार कांटे की टक्कर बताई जा रही है. मुकाबला कांटे की बताई जा रही है. बीते 2019 और 2014 के चुनाव में आरके सिंह को जीत मिली थी. आरके सिंह ने 2019 में भाकपा माले के राजू यादव को करीब 1.47 लाख वोटों से हराया था.

आरा लोकसभा चुनाव 2024 रिजल्ट: आरके सिंह और सुदामा प्रसाद के बीच कांटे की टक्कर
Arrah lok sabha chunav 2024 Result: देश में हुए लोकसभा चुनाव 2024 के तहत आरा सीट पर भी मतों की गिनती शुरू होने वाली है. यहां मुख्य मुकाबला भाजप नेता और केंद्रीय मंत्री आरके सिंह और इंडिया गठबंधन की ओर से भाकपा माले के उम्मीदवार सुदामा प्रसाद के बीच है. इस सीट के लिए सातवें चरण यानी 1 जून को वोटिंग हुई थी. इस बार मुकाबला कांटे की बताई जा रही है. बीते 2019 और 2014 के चुनाव में आरके सिंह को जीत मिली थी. आरके सिंह ने 2019 में भाकपा माले के राजू यादव को करीब 1.47 लाख वोटों से हराया था. इसी तरह 2014 में उन्होंने राजद के श्रीभगवान कुशवाहा को 1.35 लाख वोटों से हराया था. 2014 में भाजपा, राजद, भाकपा माले और जदयू ने इस सीट से अलग-अलग उम्मीदवार उतारे थे. आरा लोकसभा सीट 1977 में अस्तित्व में आई. इससे पहले यह 1952 से 1957 तक पटना-शाहबाद सीट और फिर 1957 से 1977 तक शाहबाद सीट थी. अब बात आरा लोकसभा क्षेत्र के जातीय समीकरण की. यहां कुल सात विधानसभा सीटें हैं. इसमें आरा, बड़हरा, संदेश, अगिआंव, तरारी, जगदीशपुर और शाहपुर शामिल हैं. आरा लोकसभा में कुल 21,56,048 लाख वोटर है जिसमें 11,45,328 पुरुष तथा 10,10,685 महिला मतदाता हैं. जातीय समीकरण यह सीट भोजपुर जिले के अंतर्गत आती है. यहां यादव, राजपूत, मुस्लिम, ब्राह्मण, पिछड़ा और अति पिछड़ा… हर जाति और वर्ग का अपना वोट है. इन्हें कोई भी पार्टी नजरअंदाज नहीं कर सकती. भोजपुर में यादव मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है. यहां तीन लाख 50 हजार यादव हैं. इन्हें आरजेडी का परंपरागत वोट बैंक माना जाता है. हालांकि ये अब कुछ हद तक जेडीयू और बीजेपी में भी बंट सकते हैं. इन वोटों का कुछ प्रतिशत आरके सिंह के साथ जुट सकता है. आरा सीट से अगर भाकपा माले के प्रत्याशी को पिछड़ा, अतिपिछड़ा, मुसलमान समेत कुशवाहा समाज का वोट मिलने की संभवना है. जिले में पासवान जाति के मतदाताओं की संख्या 50 हजार के आसपास बताई जाती है. ये सीधे तौर पर लोजपा और भाजपा के साथ जुड़े हैं. यहां चंद्रवंशी समाज के वोटरों की संख्या भी 50 हजार के करीब है. इसमें ज्यादातर महागठबंधन के साथ हैं. बाकी अतिपिछड़ा वोट पांच लाख से ऊपर है. ये वोट सीधे तौर पर दोनों प्रत्याशियों के साथ है, लेकिन यहां भी भाजपा कुछ ज्यादा सेंधमारी कर सकती है. Tags: Loksabha Election 2024, Loksabha ElectionsFIRST PUBLISHED : June 4, 2024, 05:33 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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