हाथरस में भगदड़ : पड़ोसी बना देवदूत2 लोगों की बचाई जान
हाथरस में भगदड़ : पड़ोसी बना देवदूत2 लोगों की बचाई जान
सिकंदराराऊ कस्बे के गांव फुलरई में सत्संग में भाग लेने के लिए यूपी के अलग-अलग जिलों से भक्त भाग लेने आए थे. घायलों में पीलीभीत के राजेंद्र कुमार और सर्वेश भी शामिल है. दोनों घायलों के लिए इनके पड़ोसी सुरेश देवदूत साबित हुए.
अलीगढ़ : उत्तर प्रदेश के हाथरस के गांव फुलरई में सत्संग के दौरान मची भगदड़ की घटना ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया है. सूत्रों के अनुसार भगदड़ के दौरान अब तक 100 से अधिक लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है. गौरतलब है कि सत्संग के समापन के बाद अचानक यह हादसा हुआ है.
सत्संग में शामिल लोगों के अनुसार दोपहर लगभग 12.30 बजे सत्संग समाप्त होने के बाद भीड़ को रोक दिया गया था और भोले बाबा को पीछे के दरवाज़े से निकाला जा रहा था. इससे अंदर दबाव बढ़ गया. सत्संग स्थल के पास एक गहरा गड्ढा था, जिसमें कुछ लोग गिरे तो भगदड़ मच गई. लोग एक-दूसरे को रौंदकर निकलते रहे. गड्ढे में गिरकर कई लोगों की मौत हो गई. इस हादसे में लगभग 200 लोग घायल है जिनका इलाज अलीगढ़ और आगरा के अस्पताल में चल रहा है.
घायलों का इलाज जारी
सिकंदराराऊ कस्बे के गांव फुलरई में सत्संग में भाग लेने के लिए यूपी के अलग-अलग जिलों से भक्त भाग लेने आए थे. घायलों में पीलीभीत के राजेंद्र कुमार और सर्वेश भी शामिल है. दोनों घायलों के लिए इनके पड़ोसी सुरेश देवदूत साबित हुए . राजेंद्र कुमार और सर्वेश को उनके पड़ोस में रहने वाले सुरेश की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनका इलाज जारी है.
14 साल की बेटी गायब
सुरेश ने बताया की 80-90 फरीदाबाद से सत्संग में शामिल होने के लिए आए थे. दोपहर लगभग 12.30 बजे सत्संग समाप्त होने के बाद भीड़ को रोक दिया गया था और भोले बाबा को पीछे के दरवाज़े से निकाला जा रहा था. इससे अंदर दबाव बढ़ गया. सत्संग स्थल के पास एक गहरा गड्ढा था, जिसमें कुछ लोग गिरे तो भगदड़ मच गई. कुछ लोगों को चोट आई है जिनका इलाज अलीगढ़ में चल रहा है जबकि एक 14 साल की बेटी आई थी वो मिल नहीं रही है.
Tags: Aligarh news, Hathras news, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : July 2, 2024, 20:51 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed