सोलर प्लांट की बिजली बेचकर गौशाला का खर्च निकालेगी ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी
सोलर प्लांट की बिजली बेचकर गौशाला का खर्च निकालेगी ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी
नोएडा की गौशालाओं (Cow Shelter) को आत्मनिर्भर बनाने के लिए गायों का दूध (Cow Milk) खुले बाजार में बेचने की यह पहल पहली बार नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) ने ही शुरू की है. वहीं ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने सोलर प्लांट की बिजली बेचकर गौशाला के रखरखाव का खर्च निकालने का प्लान तैयार किया है. नोएडा अथॉरिटी गायों का दूध बेचने के लिए दो नामचीन मदर डेयरी (Mother Dairy) और पराग डेयरी संग बातचीत भी चल रही है.
नोएडा. गौशाला (Cow Shelter) में गायों को भरपूर चारा मिले. गौशाला का भी अच्छे से रखरखाव किया जा सके, इसके लिए नोएडा के बाद अब ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी (Greater Noida Authority) एक बड़ा कदम उठाने जा रही है. अथॉरिटी ग्रेटर नोएडा में एक और बड़ी गौशाला बनाने जा रही है. जलपुरा (Jalpura) गांव में पहले से ही अथॉरिटी एक गौशाला का संचालन कर रही है. लेकिन नई बनने वाली गौशाला में अथॉरिटी सोलर प्लांट (Solar Plant) भी लगाएगी. इसकी बिजली गौशाला में भी इस्तेमाल की ही जाएगी, साथ में एक्सट्रा बिजली बेचकर गौशाला का खर्च निकाला जाएगा. जबकि इससे पहले नोएडा की एक गौशाला में गायों का दूध (Cow Milk) बेचकर खर्च निकालने के प्लान पर काम किया जा रहा है.
पौवारी में बनेगी 500 गायों के लिए नई गौशाला
ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी से जुड़े अधिकारियों की मानें तो अथॉरिटी पौवारी में नई गौशाला बनाने जा रही है. यह गौशाला 18 हजार वर्गमीटर में बनाई जाएगी. यहां 500 गायों को रखा जाएगा. इसके अलावा यहां मेडिकल रूम, गार्ड रूम, कर्मचारियों के आवास और भूसा घर भी होगा. गौशाला के लिए अथॉरिटी की ओर से टेंडर भी जारी कर दिया गया है. टेंडर जारी होने के बाद तीन कंपनियों ने गौशाला बनाने में दिलचस्पी दिखाई है. अधिकारियों का दावा है कि टेंडर प्रक्रिया पूरी होते ही एक साल में गौशाला बनकर तैयार हो जाएगी.
शेड की छत पर बनाया जाएगा सोलर प्लांट
ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी की मानें तो गौशाला में गायों के लिए शेड बनाए जाएंगे. इन्हीं शेड की छत पर सोलर प्लांट लगाने का प्लान है. सोलर प्लांट से मिलने वाली बिजली को गौशाला में इस्तेमाल किया जाएगा. इससे गौशाला में बिजली का खर्च बचेगा. साथ ही सोलर प्लांट से जो एकसट्रा बिजली मिलेगी उसे बेचकर गौशाला के रखरखाव और गायों के चारे पर खर्च किया जाएगा. अथॉरिटी ने जलपुरा गांव वाली गौशाला दिल्ली की ध्यान फाउंडेशन को संचालन के लिए दे दी है. इस गौशाला में 17 सौ से ज्यादा गाए हैं.
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नोएडा सेक्टर-135 और 14ए में हैं दो गौशालाएं
नोएडा अथॉरिटी की सीईओ रितु माहेश्वरी ने यह प्लान बनाया है. प्लान के मुताबिक दोनों गौशालाओं में बंद गायों का दूध एक जगह इकट्ठा किया जाएगा. उसके बाद दूध को खुले बाजार में जनता को बेचा जाएगा. दूध बेचने को लेकर अथॉरिटी दो तरह के प्लान पर काम कर रही है. पहला यह कि अथॉरिटी खुद ही बाजार में दूध को बेचने का काम करेगी.
दूसरे प्लान के तहत अथॉरिटी मदर डेयरी और पराग डेयरी से बात कर रही है. प्लान के मुताबिक डेयरी गौशालाओं से सीधे दूध अपने प्लांट पर ले जाएगी. उसके बाद दूध को बाजार में बेच देगी. हालांकि इसमे गौशालाओं को मुनाफा कम होगा. जबकि खुले बाजार में सीधे दूध बेचने पर गौशालाओं को ज्यादा मुनाफा होगा. शहर में जगह-जगह केन्द्र बनाकर दूध की सप्लाई दी जाएगी.
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Tags: Cow, Gaushala, Greater Noida Authority, Milk, Noida newsFIRST PUBLISHED : July 21, 2022, 10:33 IST