इस मंदिर में कृष्ण-बलराम छोड़कर गए थे अपनी गाय कंस के धोबी का किया था वध
इस मंदिर में कृष्ण-बलराम छोड़कर गए थे अपनी गाय कंस के धोबी का किया था वध
Gokaran Nath Mandir: मथुरा का एक मंदिर इतना पुराना है कि उसका इतिहास सुन लोग उत्सुक हो जाते हैं. इस मंदिर में कृष्ण-बलराम अपनी गाय भगवान शिव के पास छोड़कर गए थे.
निर्मल कुमार राजपूत /मथुरा: मथुरा और वृंदावन की गलियों में आपको अक्सर भगवान कृष्ण से जुड़ी कहानियां सुनने के लिए मिलेगी. एक लीला भगवान शिव गोकरण नाथ से जुड़ी है. श्री कृष्ण अपनी गायों को भगवान शिव के पास छोड़कर धोबी का वध करने के लिए गए थे. भगवान शिव तपस्या में लीन थे. आइए जानते हैं फिर आगे क्या हुआ था.
राक्षसों को पहुंचाया था यमलोक
द्वापर युग में जब कंस के अत्याचार अधिक बढ़ गए थे. तो कृष्ण, बलराम को जन्म लेना पड़ा. कंस के अत्याचारों से मुक्ति दिलाने के लिए बलराम और कृष्ण मथुरा आए. उन्होंने अनेको राक्षसों को जो कंस के द्वारा भेजे गए थे, उन्हें यमलोक पहुंचाया. द्वापर काल से ही भगवान शिव यहां के मंदिर में तपस्या में लीन थे. मथुरा में मौजूद भगवान शिव का एक 5500 वर्ष पुराना मंदिर आज भी द्वापर युग की याद दिलाता है.
गोकरनाथ मंदिर की कहानी
आज भी भगवान शिव का यह मंदिर अपने अंदर द्वापर काल की यादों को समेटे हुए है. मंदिर के सेवायत पुजारी अनु पंडित ने बताया कि भगवान गोकरण नाथ गाय के कान से पैदा हुए. यमुना के किनारे बने इसी मंदिर में भगवान शिव तपस्या करते थे. कृष्ण बलराम मथुरा आए और अपनी गायों को भगवान शिव के पास छोड़कर चले गए. भगवान शिव से कृष्ण बलराम ने यह आग्रह किया कि हम गायों को छोड़कर जा रहे हैं.
बलराम ने मांगे थे कंस के कपड़े
कंस का धोबी कपड़ों को धोबी घाट पर धो रहा था. तो कृष्ण बलराम को चमकते कपड़ों को देखकर उन्हें पहनने की जिद की. धोबी से कपड़े उन्होंने मांगे, तो धोबी ने कृष्ण बलराम से कपड़े देने से मना कर दिया. धोबी ने कहा कि यह महाराज कंस के कपड़े हैं. इसके बाद कृष्ण और बलराम का धोबी के साथ युद्ध शुरू हो गया और कृष्णा-बलराम धोबी घाट से यमलोक पहुंचा दिया.
5500 साल पुराना है मंदिर
धोबी का वध करने के बाद कृष्ण और बलराम भगवान शिव के पास पहुंचे. उन्होंने वहां से अपनी गायों को लिया और गोचरण के लिए चल दिए. भगवान शिव का यह मंदिर 5500 साल पुराना है. गोकर्ण महादेव की यह मूर्ति सभी प्रतिमाओं से अलग है. यहां पर अलौकिक और अजीब मूर्ति के दर्शन आपको होंगे. शिव जी काम और क्रोध दोनों को वश में करने का संदेश देते हैं.
Tags: Hindu Temple, Local18, Mathura newsFIRST PUBLISHED : July 25, 2024, 11:30 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed