बड़े बुजुर्गों की छोटी मां हैं इंद्रेश कोई बेटी तो कोई मां मानता है इन्हें

इंद्रेश बताती हैं कि उनके पास बड़े बच्चों की जिम्मेदारी है. इस आश्रम में रहने वाले बुजुर्गों की उम्र बेशक ही 50 के ऊपर हो लेकिन सभी में एक शरारती बच्चा छिपा हुआ है. कई बार खाने की प्लेट तो कई बार कुर्सी पर बैठने को लेकर छोटे-मोटे किस्से हो जाते है.

बड़े बुजुर्गों की छोटी मां हैं इंद्रेश कोई बेटी तो कोई मां मानता है इन्हें
गाज़ियाबाद. दुनिया भर में हर वर्ष मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है. यह दिन मां और बच्चों के बीच खास रिश्ते को महत्व देने के साथ ही मां के हर संघर्ष का आभार व्यक्त करने के लिए होता है. लेकिन कई मां ऐसी हैं, जो इस दिन को अपने कलेजे के टुकड़ों के बिना बिताने को मजबूर हैं. इन्हीं मां का सहारा बनी हैं, गाजियाबाद की दुहाई वृद्धा आश्रम की अधीक्षक इंद्रेश. दुहाई आश्रम में करीब सैकड़ो बुजुर्ग रहते हैं. यह सभी बुजुर्ग आश्रम अधीक्षक के साथ बिल्कुल अपनी बेटी की तरह ही व्यवहार करते हैं. कभी गले लगाते हैं तो कभी उनके मनपसंद का खाना बनाकर उन्हें खिला देते हैं. इंद्रेश बताती हैं कि उनको इतनी सारी मां का प्यार मिलने के बाद अपनी मां की कमी महसूस नहीं होती है. सभी बुजुर्ग अपना पूरा सहयोग देते हैं. कई ऐसी भी बुजुर्ग महिला हैं, जिनको अपने घर से ज्यादा यहां पर अच्छा महसूस हो रहा है. बच्चों की तरह संभालना पड़ता है इंद्रेश बताती हैं कि उनके पास बड़े बच्चों की जिम्मेदारी है. इस आश्रम में रहने वाले बुजुर्गों की उम्र बेशक ही 50 के ऊपर हो लेकिन सभी में एक शरारती बच्चा छिपा हुआ है. कई बार खाने की प्लेट तो कई बार कुर्सी पर बैठने को लेकर छोटे-मोटे किस्से हो जाते है. तब दोनों को पक्ष को ही बच्चों की तरह समझाना होता है और प्यार -दुलार से मनाना पड़ता है. मेरी बेटी, बहू,पति सब ये ही हैं कई बुजुर्ग बताते हैं कि उनकी अपनी संतान ने उन्हें ठुकरा दिया. लेकिन, यहां पर उनको बिलकुल ही घर जैसा प्यार मिल रहा है. अब घर जाने का मन नहीं करता और जिंदगी की अंतिम सांस यही लेना चाहते हैं. इंद्रेश के बारे में बात करते हुए बुजुर्ग बताते हैं कि हमारे लिए यही पति, बहु और बेटी हैं. सभी के फ़र्ज़ इनके द्वारा ही निभाए जा रहें है. अधिकारी होने के बावजूद भी कमरें में दवाई, दूध आदि सब समय पर पंहुचा देती हैं. Tags: Ghaziabad News, Hindi news, Mothers Day Special, UP newsFIRST PUBLISHED : May 12, 2024, 13:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed