वरदान से कम नहीं है ये अस्पताल! महिलाओं का होता है निःशुल्क इलाज 

Ghaziabad Hospital: गाजियाबाद के गणेश अस्पताल गरीब मरीजों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. यह प्राइवेट अस्पताल होने के बाद भी नई तकनीक के मशीन से गरीब मरीजों का इलाज किया जा रहा है. खास तौर पर गर्भवती गरीब महिलाओं को यहां नि:शुल्क उपचार मिलता है.

वरदान से कम नहीं है ये अस्पताल! महिलाओं का होता है निःशुल्क इलाज 
विशाल झा/गाजियाबाद : दिल्ली-एनसीआर में इलाज काफी ज्यादा महंगा होता जा रहा है. प्राइवेट अस्पताल की ओपीडी हो या फिर किसी प्रकार की बीमारी को पकड़ने के लिए किया जाने वाला टेस्ट, इन दोनों में ही मरीज के जेब पर भारी बोझ पड़ता है. गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र में ज्यादातर गरीब तबके के लोग इलाज के लिए पहले दिल्ली के सरकारी अस्पताल जाते थे. ताकि अच्छा और कम खर्चे में उपचार मिल सके. यहां लोनी स्थित गणेश अस्पताल प्राइवेट होते हुए भी सरकारी अस्पताल की तरह काम कर रहा है. मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल होने के साथ ही मरीजों को यहां पर काफी न्यूनतम दरों पर ओपीडी और इलाज मिलता है. अगर मरीज उपचार का खर्चा भी नहीं उठा सकता है तो उसका निःशुल्क इलाज होता है. अस्पताल ने अब तक सैकड़ों गर्भवती महिलाओं का उपचार किया है, जिनसे ना सर्जरी का पैसा लिया गया और ना ही दवाई का. पहले दिल्ली जाते थे मरीज यहां गणेश अस्पताल इलाज कराने आई इंद्रा ने बताया कि यहां पर उनके दामाद, बेटे और वो खुद भी कई बार एडमिट रह चुकी हैं. इस दौरान कई टेस्ट भी हुए और उनको दवा भी मिली, लेकिन खर्चा बिलकुल नाम मात्र का हुआ. लोनी में रहने वाले कृष्णा बताते हैं कि यह प्राइवेट अस्पताल होने के बावजूद भी यहां बहुत सस्ते में इलाज हो जाता है. यहां पर कई प्राइवेट अस्पताल है, लेकिन सभी की फीस काफी मोटी है. इसलिए पहले दिल्ली के जीटीबी अस्पताल जाना पड़ता था. गर्भवती महिलाओं को मिलता है स्पेशल ट्रीटमेंट अस्पताल की वरिष्ठ गाइनेकोलॉजिस्ट उषा सिंह ने बताया की यहां ऐसी गर्भवती महिलाएं आती हैं, जिनको एडवांस केयर की जरूरत है. कुछ ऐसी भी महिलाएं आती हैं, जिनको प्रेगनेंसी नहीं हुई है और वह आगे प्रेगनेंसी चाहती है. इन दोनों ही मरीज को यहां पर बेहतर सुविधा देने की कोशिश की जाती है. अस्पताल के मैनेजिंग डायरेक्टर ने बताया अस्पताल के मैनेजिंग डायरेक्टर अनिल झा ने बताया कि इस अस्पताल की शुरुआत में गरीबों को बचाने के लिए की गई थी. क्योंकि लोनी में गरीब मरीजों का शोषण काफी ज्यादा हो रहा था. अस्पताल में ऐसे भी कई ऑपरेशन किए जाते हैं. मैनेजिंग डायरेक्टर ने बताया कि जिन मरीजों का कोई सहारा नहीं होता और वो लावारिस होते हैं. उन्हें दवाई दी जाती है और भर्ती किया जाता है. फिर किसी सामाजिक केंद्र में छोड़ दिया जाता है. यहां स्पेशलिस्ट डॉक्टर काफी कम दरों में उपलब्ध कराने के लिए उन्होंने प्रयास किया था जो सफल हुआ. सैकड़ों मरीजों को होता है इलाज उन्होंने बताया कि रोजाना ही सैकड़ों मरीज अस्पताल में आते हैं और इलाज करवाते हैं. अस्पताल में लैब टेस्टिंग की सुविधा है. बुजुर्गों के लिए लिफ्ट है और एसी वार्ड के साथ ही तमाम वो सुविधा है, जो एक प्राइवेट अस्पताल में होती है, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपनी दरों को कभी बढ़ाया नहीं. Tags: Ghaziabad News, Ghaziabad News Today, Local18FIRST PUBLISHED : May 22, 2024, 16:34 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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