संसद रिपोर्ट: किसान आंदोलन से लेकर सोरस तक कहां हो रही भारत विरोधी साजिश
संसद रिपोर्ट: किसान आंदोलन से लेकर सोरस तक कहां हो रही भारत विरोधी साजिश
लोकसभा और राज्यसभा में गुरुवार को सत्ता पक्ष की ओर से देश को अस्थिर करने के लिए विदेशी साजिश का मुद्दा उठाया गया. सांसद सुधांशु त्रिवेदी और निशिकांत दुबे ने यह मुद्दा उठाया. उन्होंने इस संदर्भ में अमेरिकी कारोबारी जॉर्ज सोरस का भी नाम लिया.
राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने गुरुवार को सदन में भारत की सामाजिक-आर्थिक व्यवस्था को अस्थिर करने की साजिश करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि विगत तीन सालों से ऐसा देखा जा रहा है. उन्होंने संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले ऐसी रिपोर्टों के आने की बात कही. उन्होंने हाल ही में आई ‘ऑर्गेनाइज क्राइम और करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट’ रिपोर्ट का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि एक फ्रांसीसी पब्लिकेशन ने यह रिपोर्ट प्रकाशित की है. इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस प्रोजेक्ट को फॉरेंन गवर्नमेंट ने स्पॉन्सर किया है. इसका जॉर्ज सोरेस के साथ भी कनेक्शन है. लोकसभा में भी सांसद निशिकांत दुबे ने यह मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के खिलाफ विदेश में साजिश रजी जाती है. उन्होंने इस रिपोर्ट का जिक्र कर कहा कि देश और संसद के कामकाज को बाधित करने की साजिश रची जा रही है.
सुधांशु त्रिवेदी ने इसे एक साजिश करार देते हुए कहा कि तीन फरवरी 2021 को देश के किसानों के बारे में एक विदेशी रिपोर्ट आती है. जबकि बजट सत्र 29 जनवरी 2021 को शुरू हुआ था. इसके बाद पेगासस रिपोर्ट आती है 18 जुलाई 2021 को और मानसून सत्र शुरू हुआ 19 जुलाई 2021 को. उसके बाद 31 जनवरी 2023 से भारत की संसद का बजट सत्र शुरू हुआ और 24 जनवरी 2024 को हिंडनबर्ग रिपोर्ट आती है. उसके बाद 17 जनवरी 2023 के बीबीसी एक डॉक्यूमेंट्री आती है. 20 जुलाई 2023 को भारत की संसद का सत्र शुरू होता है और 19 जुलाई 2023 को मणिपुर हिंसा का वीडियो सामने जाता है.
इसी कड़ी में 10 मई 2024 को जब देश में लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान चरम पर था उसी समय कोविड वैक्सीन को लेकर एक रिपोर्ट आती है. मानसून सत्र 22 जुलाई से 9 अगस्त के बीच शुरू होता है और 10 अगस्त को फिर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आती है. इस मौजूदा सत्र को ही देख लीजिए. वर्तमान सत्र 25 नवंबर से शुरू होता है 20 नवंबर को एक अमेरिकी कोर्ट की एक रिपोर्ट आती है भारत के एक कारोबारी घराने के संदर्भ में.
साजिश का आरोप
त्रिवेदी ने कहा कि वह इन उदाहरणों से देश के सामने सिर्फ एक बात रखना चाहते हैं कि क्या इसके पीछे कोई साजिश है. उन्होंने कहा कि 2024 के चुनाव के बारे में पहली बार रूस की सरकार ने कहा कि भारत के चुनाव में विदेशी हस्तक्षेप हो रहा है. उन्होंने कहा कि यह जानकर हो रहा है या अनजाने में. अगर ऐसा अनजाने में हो रहा है सभी को इस पर खुलकर चर्चा करने की जरूरत है. अगर ऐसा जानकर हो रहा है तो इसकी गहरी-गहन जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि कोई एक घटना नहीं बल्कि तीन वर्षों का सिक्वेंश है. जिन लोगों के दिल में ये ख्वाब है कि वे भारत को झुका देंगे तो मैं उनसे कहना चाहता हूं कि आज भारत अपने स्वाभिमान से आगे बढ़ रहा है. विदेश से किसी चीज पर कोई प्रभाव पड़ने वाला नहीं है. अंत में त्रिवेदी ने एक शेर पढ़ा- अपने वतन पर सदियों तक है रही हुकुमत गैरों की, लेकिन कुछ चेहरों पर अब तक धूल हैं उनके पैरों की.
Tags: Nishikant dubey, Parliament session, Sudhanshu TrivediFIRST PUBLISHED : December 5, 2024, 12:47 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed