क्यों गडकरी कहे जाते हैं इंडिया के हाईवे-मैन बेटी के ससुर थे कभी उनके विरोधी

नितिन गड़करी को मोदी 3.0 सरकार में फिर वही मंत्रालय दिया गया है, जो उनके पास पिछले 09 सालों से था. उनका काम एनडीए सरकार के पिछले दो टर्म में किसी मिसाल की तरह है.

क्यों गडकरी कहे जाते हैं इंडिया के हाईवे-मैन बेटी के ससुर थे कभी उनके विरोधी
हाइलाइट्स छात्र जीवन से संघ और विद्यार्थी परिषद से जुड़ गए पिछले 09 सालों में नेशनल हाईवे पर खूब काम किया है दामाद के पिता एक जमाने में उनके खिलाफ आंदोलन कर चुके हैं बीजेपी के सबसे चिरपरिचित चेहरों में एक नितिन गडकरी को हाईवे मैन ऑफ इंडिया कहा जाता है. 67 साल के गडकरी 09 सालों से केंद्र में सड़क परिवहन और हाईवे मिनिस्टर के रूप में इस महकमे में किसी भी मंत्री से ज्यादा लंबी पारी खेल चुके हैं. फिर उन्हें उनका यही पसंदीदा मंत्रालय दिया गया है. वह मौजूदा दौर में देश के सबसे बड़े बीजेपी नेताओं में एक है. उनके बारे में एक रोचक बात कही जाती है कि उन्होंने अपनी बेटी की शादी एक ऐसे लड़के से की, जिसके पिता ने नागपुर में उनके ही खिलाफ आंदोलन छेड़ा था. 09 जून को जब मोदी सरकार का शपथग्रहण राष्ट्रपति भवन में हुआ तो ये पक्का था कि नितिन गडकरी को वही मंत्रालय मिलेगा, जो वह 09 सालों से संभाल रहे हैं. वह सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री के रूप में सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले मोदी सरकार में अकेले मंत्री हैं. उनके पास 2014 से एक ही मंत्रालय है. मुंबई-पुणे एक्सप्रेस से गुजरने वाले आज भी उन्हें याद करते हैं कहा जाता है कि उन्होंने देश में नेशनल हाईवे को बढ़ाने, बढ़िया सड़कें और फ्लाईओवर बनाने वाले शख्स के तौर पर जाना जाता है. जब भी कोई पुणे से मुंबई एक्सप्रेस की यात्रा करता है, तो उसे ये जरूर बताया जाता है कि ये एक्सप्रेस वे नितिन गड़करी ने बनवाया है. ये उन्होंने तब बनवाया जब देश में एक्सप्रेस वे का ज्यादा रिवाज नहीं था और इसकी लागत भी बहुत ज्यादा थी. तब महाराष्ट्र के लोकनिर्माण विभाग का मंत्री होने के दौरान उन्होंने इसे बनवाया, इसने उन्हें शोहरत भी दी. बीजेपी में राष्ट्रीय अध्यक्ष बने देश को उनकी पहचान इसी एक्सप्रेस-वे ने दी. फिर दूसरी बार तब उन्हें देश ने सही तरीके से जाना जबकि वह बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने. तब उनकी हिंदी कुछ कमजोर होने से कई बार वह बयानों के लिए विवादों में घिरे लेकिन धीरे धीरे उन्होंने ये छवि बना ली कि वह सबको साथ लेकर चलने वाले मृदुभाषी नेता हैं, जिनकी विजनरी क्षमता का कोई जवाब नहीं. चीन को पछाड़ दुनिया में सड़क का दूसरा बड़ा नेटवर्क बनाने वाले ये भी कहा जाता है कि देश में कई पब्लिक प्राइवेट प्रोजेक्ट्स की अवधारणा के पीछे वही थे. उन्होंने इस कांसेप्ट से कई बड़े प्रोजेक्ट्स को पूरा किया. पिछले दशक में 90,000 किलोमीटर से ज़्यादा राष्ट्रीय राजमार्ग और 30,000 किलोमीटर नई सड़कें बनाने का श्रेय गडकरी को जाता है. जुलाई 2023 में जब भारत ने चीन को पछाड़कर दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सड़क नेटवर्क बनाया, तब नितिन गडकरी ने इंटरव्यू में कहा, अगले पांच सालों में भारतीय सड़कें अमेरिका की सड़कों को टक्कर देंगी. नागपुर में अब भी हफ्ते में दो बार लोगों से मिलते हैं वह नागपुर में पैदा हुए. वहीं पढाई की. वहीं वकील बने. छात्र जीवन में वहीं अखिल भारतीय छात्र परिषद से जुड़े. यहीं उनकी करीबी संघ से बढ़ी. अब भी कहा जाता है कि इस सरकार में वह संघ के सबसे पसंदीदा और करीबी लोगों में है. उनका अपना मजबूत आधार और पकड़ है. केंद्र की राजनीति में आने के बाद भी वह हर हफ्ते दो बार नागपुर में होना जरूर सुनिश्चित करते हैं ताकि लोगों से मिल सकें. एनडीए सरकार में उनका काम मिसाल बना उन्हें नागपुर में सभी जाति, धर्म, लिंग और पंथ के लोग पसंद करते हैं. अबकी बार उन्होंने कांग्रेस के निकटतम प्रतिद्वंद्वी को लगभग 1.38 लाख वोटों के अंतर से हराया. मोदी सरकार में वह ऐसे मंत्री भी हैं जिनका प्रदर्शन किसी मिसाल की तरह लिया जाता है. ये हर कोई मानता है कि इन दस सालों में सड़कों औऱ नेशनल हाईवे को लेकर काफी काम हुआ है. अब उनकी शीर्ष प्राथमिकताओं में से एक भारतमाला परियोजना के प्रथम चरण के अंतर्गत ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे परियोजनाएं होंगी. बेबाक बोलने वाले शख्स वह बेबाक बोलने वाले शख्स भी हैं. विरोधियों की भी तारीफ करते हैं. बीजेपी के साथ सभी दलों में उनके दोस्त हैं. वह आमतौर पर ऐसे नेता हैं, जो अपने विरोधियों की भी तारीफ करते दीख जाते हैं. क्या करते हैं बेटे और बेटी अब आइए उनके परिवार की बात करते हैं. उन्हें राजनीति में पारिवारिक शख्स के तौर पर जाना जाता है, जो फैमिली के साथ क्वालिटी टाइम गुजारने के लिए जाना जाता है. उनकी पत्नी कंचन गडकरी हैं. दो बेटे और एक बेटी हैं. सभी विवाहित हैं. बड़े बेटे निखिल नागपुर में ही इंडस्ट्री चलाते हैं तो दूसरे बेटे सारंग बैंक ऑफ अमेरिका में बड़े पद पर हैं तो बेटी केतकी की शादी आदिया कासकेदिकर से करीब 08 साल पहले हुई, इसे लेकर भी रोचक वाकया है. समधी एक जमाने में थे विरोधी केतकी के पति आदिया शादी के वक्त फेसबुक में काम करते थे. उनके पिता रवि कासकेदिकर और गडकरी के एक जमाने में अच्छे रिश्ते नहीं थे. उन्होंने गडकरी के नागपुर म्युनिशिपल कारपोरेशन के जल आपूर्ति प्राइवेटीकरण का विरोध किया. इसके खिलाफ आंदोलन छेड़ दिया. Tags: Expressway New Proposal, Nitin gadkari, Transport department, Union Minister Nitin GadkariFIRST PUBLISHED : June 11, 2024, 19:37 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed