दुनिया का वो शख्स जिसको सांप ने 173 बार काटा 100 साल की पाई जिंदगी
दुनिया का वो शख्स जिसको सांप ने 173 बार काटा 100 साल की पाई जिंदगी
आजकल यूपी की एक खबर बहुत चर्चित हो रही है कि एक ही शख्स को एक सांप 09 बार काट चुका है और हर बार वो जिंदा भी बच जाता है. क्या आप यकीन करेंगे कि दुनिया में सौ साल जीने वाला ऐसा शख्स भी था जिसको सांप 173 बार काटा था.
हाइलाइट्स बिल होस्ट के इस शख्स को बचपन से सांपों से प्यार था वह नंगे हाथों से जहरीलों सांपों का जबड़ा खोलता था बाद में वह जहरीले सांपों के विष का इंजेक्शन लेने लगा
अमेरिका में एक ऐसा व्यक्ति भी था, जिसे उसकी पूरी जिंदगी में जहरीले से जहरीले सांपों ने 173 बार काटा. 20 बार तो उसकी हालत इतनी गंभीर हो गई कि मरते-मरते बचा. वर्ष 2011 में वह 100 की जिंदगी पूरी करके मरा. इस शख्स को अमेरिका में स्नैक मैन के नाम से जाना गया.
इस शख्स का नाम बिल हास्ट था. वह चाहता था कि वह सांपों से बार बार खुद को कटवाकर एक प्रतिरक्षा डेवलप कर ले. सांपों के प्रति बचपन से उसमें एक खास आकर्षण था. इसी कारण उसने वो पेशा अपनाया कि पहले सांपों को लेकर करतब दिखाने लगा और फिर सांपों का अजायबघर ही खोल दिया. सांपों ने उसको किस तरह 173 बार काटा, ये हम आगे बताएंगे.
खतरनाक नस्ल के हजारों जहरीले सांपों को रखते थे
हास्ट ने बाद में फ्लोरिडा में एक मियामी सर्पेटेरियम बनाया, जिसमें हर नस्ल और खतरनाक सांप थे. इसमें वह वहां आने वाले लोगों के लिए शो आयोजित करते थे. असल में उसका मुख्य व्यवसाय सांप के काटने के खिलाफ दवा बनाने के लिए कच्चे जहर का उत्पादन करना था. 1990 के दशक तक वह हर साल दवा प्रयोगशालाओं को जहर के 36,000 नमूने उपलब्ध कराते थे.
एक समय में बिल हास्ट के पास 10,000 से ज़्यादा दुनियाभर के सांप थे, जिसमें समुद्री, अफ़्रीकी, कॉटनमाउथ, रैटलस्नेक, कोबरा, क्रेट, ग्रीन माम्बा, टाइगर स्नेक और वाइपर सहित तमाम जहरीली प्रजातियां थीं.
इसलिए सांप ने काटा 173 बार
बिल होस्ट को उनकी जिंदगी 173 सांपों द्वारा काटे जाने की एक खास वजह थी. वह अपने नंगे हाथों से घातक सांपों को पकड़कर उनके जबड़े खोलते थे. उनके नुकीले दांतों को रबर की झिल्ली में घुसा देते थे, जिससे ज़हर की बूँदें कांच की शीशी में गिरती थीं. एंटीवेनिम बनाने के लिए पर्याप्त ज़हर बनाने में हज़ारों बार ये काम करना पड़ता था.
कोबरा के जहर का इंजेक्शन
इसी दौरान हास्ट को सांप काट लेते थे, कई बार वह बच जाते थे लेकिन कई बार हालत खराब हो जाती थी. तो हास्ट ने इससे निपटने के लिए खुद को कोबरा के जहर की पतली मात्रा इंजेक्शन के साथ लेनी शुरू कर दी, ताकि उनका शरीर एंटी वेनम प्रतिरक्षा हासिल कर ले. इसको उन्होंने समय के साथ धीरे धीरे आगे और मात्रा में बढ़ाया. इससे फायदा ये हुआ कि उन्हें ज्यादातर सांपों के काटने से उसका कोई असर नहीं होता था.
जिस सांप ने काटा वही मर गया
हालांकि जब बिल हास्ट ऐसा कर रहे थे तब कई डॉक्टरों ने कहा था कि वो अगर ऐसा करते रहे तो मर जाएंगे. जैसा नहीं हुआ. हालांकि 1954 में जब दुनिया के सबसे जहरीले सांपों में नीले क्रेट ने उन्हें काटा तो वह मरते मरते बचे. हालांकि इस सांप के काटने के बाद कोई जीवित नहीं रहता. उल्टे 10 दिनों बाद उस सांप की ही मौत हो गई.
100 साल की उम्र का राज
समय के साथ हास्ट का खून ऐसा हो गया कि उनके खूब से सांप काटने वालों का इलाज हुआ. इससे दुनियाभर में 20 से ज्यादा लोगों की जान बचाने में मदद मिली. वह 100 साल जीते रहे और दावा करते थे कि उनकी लंबी उम्र का असली रहस्य सावधानीपूर्वक उनके द्वारा विष की नियंत्रित खुराक लेते रहता था. वे 90 साल की उम्र होने पर भी फिट और फुर्तीले बने रहे और उसके बाद भी उनकी फुर्ती में कोई कमी नहीं आई.
सात साल की उम्र में पहला सांप पकड़ा
बिल हास्ट का असली नाम विलियम एडवर्ड हास्ट था, उनका जन्म 30 दिसंबर, 1910 को पैटरसन, न्यू जर्सी में हुआ था. उन्होंने 7 साल की उम्र में अपना पहला सांप पकड़ा. हाई स्कूल की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी. फिर सांपों को पकड़ने का काम करने लगे. बाद में वह पैन अमेरिकन एयरवेज में मैकेनिक और फ्लाइट इंजीनियर बन गए. पूरी दुनिया में उड़ान भरी. वह अक्सर अपने औजारों में विदेशी सांप भी लाते थे.
उन्होंने 1946 में विष के चिकित्सीय गुणों पर काम शुरू किया. दो साल बाद मियामी सर्पेंटेरियम खोला. वह लोगों को सामने बिठाकर ये दिखाते थे कि जहरीले सांपों का जहर कैसे निकाला जाता है. हालांकि बाद में उन्होंने शो करना जरूर बंद कर दिया लेकिन चिकित्सा उपयोग के लिए सांपों से जहर निकालना जारी रखा. 92 साल की उम्र में उन्हें इसलिए ये काम छोड़ना पड़ा, क्योंकि मलेशियाई पिट वाइपर के काटने से उनकी दाहिनी तर्जनी उंगली कट गई.
वृद्धावस्था में भी हास्ट ने 32 छिपकलियों और सांपों के विष का मिश्रण अपने शरीर में इंजेक्ट किया. सांपों के प्रति बिल के लगाव के चलते ही उन्हें अमेरिका में ‘स्नेक मैन’ के नाम से जाना जाता था.
Tags: Cobra snake, Snake fight, Snake VenomFIRST PUBLISHED : July 15, 2024, 17:36 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed