पांडवों के पास था कैसा चमत्कारिक बर्तन जो मांगते ही देता था तरह-तरह के व्यंजन

Mahabharata Katha : युधिष्ठिर को सूर्य ने अक्षयपात्र दिया था, जो उन्हें वनवास में तरह तरह के खाने के व्यंजन देता था, बस इसके साथ एक शर्त जरूरत थी.

पांडवों के पास था कैसा चमत्कारिक बर्तन जो मांगते ही देता था तरह-तरह के व्यंजन