हवाई जहाज से एक साथ कैसे टकराए 36 फ्लेमिंगो कितनी ऊंचाई पर उड़ते हैं ये पक्षी

How high do flamingos fly: राजहंसों की टक्कर एमिरेट्स फ्लाइट से ही हुई थी. ऐसे में ये सवाल उठना लाजिमी है कि फ्लेमिंगों कितनी ऊंचाई तक उड़ सकते हैं? सबसे ज्‍यादा ऊंचाई तक कौन-सा पक्षी उड़ सकता है? राजहंस की लंबाई और वजन कितना होता है कि विमान से टकराने पर उसे क्षतिग्रस्‍त कर देता है?

हवाई जहाज से एक साथ कैसे टकराए 36 फ्लेमिंगो कितनी ऊंचाई पर उड़ते हैं ये पक्षी
मुंबई के घाटकोपर में सोमवार रात एक फ्लाइट की चपेट में आने से 36 राजहंसों की मौत हो गई. बताया गया है कि एमिरेट्स की फ्लाइट ईके 508 की सोमवार रात 9.18 बजे पक्षियों के झुंड से टक्कर हुई. टक्कर से विमान भी मामूली क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन उसे मुंबई एयरपोर्ट पर सुरक्षित लैंड करा लिया गया. सोमवार देर रात तलाशी में करीब 29 राजहंस के शव बरामद कर लिए गए. वहीं, मंगलवार सुबह 5 शव मिले. बता दें कि मुंबई और नवी मुंबई तट के किनारे के वेटलैंड्स में प्रवासी पक्षी दिसंबर के आसपास आते हैं. ये मार्च-अप्रैल तक अपने झुंड के साथ यहां रहते हैं. एयरपोर्ट अथॉरिटी ने पुष्टि कर दी है कि राजहंसों की टक्कर एमिरेट्स फ्लाइट से ही हुई थी. ऐसे में ये सवाल उठना लाजिमी है कि फ्लेमिंगों कितनी ऊंचाई तक उड़ सकते हैं? सबसे ज्‍यादा ऊंचाई तक कौन-सा पक्षी उड़ सकता है? राजहंस की लंबाई और वजन कितना होता है कि विमान से टकराने पर उसे क्षतिग्रस्‍त कर देता है? मूलरूप से ये पक्षी दुनिया के किस हिस्‍से में पाया जाता है? स्मिथसोनियन कंजर्वेशन बायोलॉजी इंस्टीट्यूट (एससीबीआई) के मुताबिक, राजहंस का गुलाबी रंग उसके आहार के कारण होता है. नेशनल ज्योग्राफिक के मुताबिक, जब राजहंस पैदा होते हैं तो उनके पंख सफेद होते हैं. भोजन की वजह से गुलाबी होते हैं पंख एससीबीआई के मुताबिक, जब राजहंस खाना शुरू कर देते हैं तो उनके सफेद पंखों का रंग बदलना शुरू हो जाता है. राजहंस के आहार में नमकीन झींगा और शैवाल होते हैं. इन दोनों में कैरोटीनॉयड पाया जाता है. कैरोटीनॉयड प्राकृतिक रंगद्रव्य है, जो कई पौधों और शैवाल को लाल, पीला या नारंगी रंग देता है. बता दें कि टमाटर और गाजर को अपना रंग इसी की वजह से मिलता है. नमकीन झींगे शैवाल खाते हैं, जिनमें कैरोटीनॉयड पाया जाता है. जब राजहंस नमकीन झींगे और शैवाल खते हैं तो प्राकृतिक रंगद्रव्य का चयापचय करते हैं. इससे उनके पंखों का रंग गुलाबी हो जाता है. कितनी ऊंचाई तक उड़ते हैं राजहंस राजहंस काफी तेजी से और बहुत ऊंचाई तक उड़ सकते हैं. फ्लेमिंगो 35 मील प्रति घंटा की रफ्तार से कम दूरी की उड़ान भरते हैं. अमेरिकी बर्ड कंजर्वेंसी के मुताबिक, अगर राजहंस को लंबी दूरी तय करनी होती है तो ये 40 मील प्रति घंटा की रफ्तार से भी उड़ान भर सकते हैं. वहीं, अगर बात ऊंचाई की करें तो राजहंस 20 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ सकते हैं. वहीं, कुछ विमान टर्बुलेंस से बचने के लिए 42 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ते हैं. रिहायशी इलाकों या राजहंस के रहने की जगहों के आसपास मौजूद एयरपोर्ट पर जब विमान लैंड करते हैं तो प्रवासी पक्षी राजहंस से टकराने का जोखिम बना रहता है. कितनी होती है ऊचाई और वजन? गुलाबी पंख और पैरों वाले राजहंस के पैर काफी पतले होते हैं. इनकी ऊंचाई 3 फीट से लेकर 4 फीट से कुछ ज्‍यादा तक होती है. इनके दोनों पंखों का फैलाव 5 फीट तक होता है. मेल फ्लेमिंगो का वजन 14 किलोग्राम तक होता है. वहीं, फीमेल फ्लेमिंगो का वजन 10 किलोग्राम तक होता है. बता दें कि राजहंस के पंखों के किनारे पर काले पंख भी होते हैं. उथले पानी में चलने के लिए उनके पैरों में जाली भी होती है. राजहंस की चोंच पर एक विशिष्‍ट काला सिरा होता है. कहां से भारत आते हैं राजहंस पक्षी? भारत में हर साल सर्दियों के शुरू होने के साथ ही सुंदर गुलाबी राजहंस आते हैं. ये खूबसूरत पक्षी अफगानिस्तान, पाकिस्तान और इजरायल समेत कई देशों में प्रवास करते हैं. सभी राजहंस ट्रॉपिकल और सब-ट्रॉपिकल क्षेत्रों में पाए जाते हैं. चिली फ्लेमिंगो की आबादी मध्य पेरू, दक्षिण अमेरिका के दोनों तटों, अर्जेंटीना, उरुग्वे, पैराग्वे, पेरू, बोलीविया और दक्षिणी ब्राजील में पाई जाती है. वैसे राजहंस फ्लोरिडा के मूल निवासी होते हैं, लेकिन 20वीं सदी के आखिर में ये यहां से गायब हो गए. 1925 के बाद लोगों ने दक्षिण फ्लोरिडा में राजहंस की कालोनियां शुरू कीं. इसमें 1930 के दशक में हायलेहा पार्क रेस ट्रैक पर एक प्रजनन कॉलोनी भी शुरू की गई. कौन-सा पक्षी सबसे ऊंचा उड़ता है? अब सवाल ये उठता है कि दुनिया में कौन-सा पक्षी सबसे ऊंचा उड़ता है? वर्ल्ड रिकॉर्ड के मुताबिक, रूपेल का ग्रिफॉन वल्‍चर यानी गिद्ध 37,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है. ये दुनिया का सबसे ऊंचाई तक उड़ने वाला पक्षी माना जाता है. बता दें कि ग्रिफॉन वल्‍चर सेंट्रल अफ्रीका में पाया जाता है. इसके अलावा यूरेशियन क्रेन यानी खास प्रजाति का बगुला 33,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है. वहीं, तिब्बत का ब्लैकबर्ड पक्षी 16-20 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है. वहीं, दुनिया में सबसे लंबी उड़ान भरने वाला पक्षी एंडियन कोंडोर भी 16,000 फीट तक उड़ सकता है. Tags: Bird Expert, Flight Ruckus, Mumbai airport, Mumbai NewsFIRST PUBLISHED : May 23, 2024, 08:31 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed