पद सहायक कर्मी वेतन 25 लाखयूं झांसे में आकर रूस में सैनिक बने भारतीय
पद सहायक कर्मी वेतन 25 लाखयूं झांसे में आकर रूस में सैनिक बने भारतीय
रूस की सेना में केवल भारतीय ही नहीं बल्कि कई देशों के लोग हैं. यूक्रेन के खिलाफ युद्ध के बाद रूसी सेना में विदेशियों की भर्ती बढ़ गई है. कैसे की जाती है उनकी भर्ती, कितने मिलते हैं पैसे
हाइलाइट्स भारत के 100 युवा कैसे सब्ज बाग दिखाकर भेज दिए गए रूसी सेना में केवल भारत ही नहीं बल्कि लंका, पाकिस्तान और कई देशों के जवानों की भर्ती ज्यादातर देश अब रूस से कह रहे हैं कि हमारे लोगों को वापस भेजो
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूसी दौरे में एक समझौता ये भी हुआ है कि रूस उन सारे भारतीय लोगों को स्वदेश वापस भेज देगा, जिन्हें रूसी सेना में भर्ती किया गया है. कुछ समय पहले इस युद्ध में कई भारतीय सैनिकों के मरने की खबर जब आई तो खुद भारतीयों को हैरानी हुई कि रूसी सेना में इंडियन सैनिक कैसे भर्ती किए गए. बाद में इनमें से कुछ सैनिकों की युद्ध में मृत्यु भी हो गई.
केवल भारत ही नहीं बल्कि कई देशों के जवानों को रूस में उनकी सेना में भर्ती कर लिया गया. श्रीलंका ने भी रूसी सरकार के सामने ये मुद्दा उठाया है कि उसके लोग कैसे रूसी सेना में पहुंच गए. उसमें कई युद्ध में मारे भी गए. तो हम ये जानेंगे कि कैसे रूसी सेना पिछले कुछ दिनों में लगातार विदेशियों की भर्ती कर रही है. उन्हें वह कितने पैसे दे रहा है.
सवाल – भारतीय युवाओं को कब रूसी सेना में भर्ती किया गया था और कैसे?
– पिछले साल करीब 100 भारतीय युवाओं को रूसी सेना में भर्ती कर लिया गया. उन्हें बिजनेस के सहायक कर्मचारी दिखाकर सेना में भर्ती किया गया. उनकी नौकरी अब भी वहां की सेना में नहीं दिखाई जाती बल्कि उन्हें पर्यटक वीजा पर ही रखा जाता है. जबकि इनकी भर्ती उन्हीं केंद्रों के जरिए की गई, जिससे वो अपनी सेना में जवानों की भर्ती करते हैं. ये सब पिछले साल बहुत गुपचुप तरीके से हुआ. किसी को इसके बारे में पता नहीं चला. हालांकि खुद भारतीय जवानों के लिए ये किसी धोखाधड़ी से कम नहीं था, क्योंकि करार पर साइन करने के बाद पता लगा कि उनकी सेवाएं तो रूसी सेना में रहेंगी.
भारतीय मूल के ब्लॉगर फैसल खान ने स्वीकार किया कि उन्होंने अपने लोकप्रिय बाबा व्लॉग्स ऑनलाइन चैनल पर रूसी सेना में नौकरियों का प्रचार किया था. हालांकि, उन्होंने दावा किया कि वह इस बात से अनजान थे कि गैर-लड़ाकू नौकरियों के बजाय रूसी अधिकारियों द्वारा विदेशी स्वयंसेवकों को कार्रवाई में लगाया जा रहा था.
सवाल – भारत में ये कैसे पता चला कि कुछ भारतीयों को रूस की सेना में भर्ती करके उन्हें युक्रेन के खिलाफ युद्ध में झोंका जा चुका है?
– इसका पता तब लगा कि जब समाचार माध्यमों ने युक्रेन में कुछ सैनिकों के मरने की खबर दी और ये बताया कि मरने वाले सैनिकों में भारतीय सैनिक भी थे. इनका काम कुछ और दिखाते हैं और भेज देते हैं युक्रेन में लड़ने के लिये.
सवाल – इन भारतीय सैनिकों को रूस में कितना वेतन दिया जा रहा है, जो वहां खुशी खुशी काम करने के लिए तैयार हो गए?
– दरअसल जब उन्हें शुरू में बताया कि उन्हें वेतन के तौर पर करीब ढाई लाख रुपए दिए जाएंगे तो भारतीय खुश हो गए. उन्हें क्या मालूम था कि जिस नौकरी के लिए उन्हें सब्जबाग दिखाए गए हैं, वो नौकरी किसी कंपनी की नौकरी नहीं है बल्कि उन्हें इस वेतन का लालच देकर और करार पर साइन कराकर सेना में झोंक दिया जाएगा. उन्हें दो लाख रुपए मासिक वेतन (₹1.95 लाख) दिए जा रहे थे और 50,000 रुपए का अतिरिक्त लाभ. असल में करार करते ही उन्हें सेना में भर्ती करके युक्रेन में लड़ाई में भेज दिया जाता. हालांकि उनके कागजात यही बताते कि वो रूस में सहायक कर्मचारी हैं.
सवाल – तो क्या ये कहना चाहिए कि इन भारतीय युवाओं को जबरदस्ती युक्रेन के खिलाफ लड़ने भेजा गया?
– ये कहा जा सकता है. क्योंकि इन भारतीय रंगरूटों को उनकी इच्छा के खिलाफ रूस-यूक्रेन सीमा पर लड़ने के लिए मजबूर किया गया. उनके पासपोर्ट और दस्तावेज़ छीन लिए गए थे, जिससे उन्हें घर लौटने से रोक दिया गया.
सवाल – अब भारत सरकार द्वारा इस मामले को उठाए जाने के बाद क्या होगा?
– सभी बचे हुए भारतीय सैनिकों को वापस भारत भेजने पर रूस सहमत हो गया है. भारत सरकार ने इस मुद्दे को रूस के साथ दृढ़ता से उठाया. अब उम्मीद करना चाहिए ये सभी भारतीय वापस आ जाएंगे.
सवाल – तो क्या रूसी सेना में जबरदस्ती उन लोगों को शामिल कर लिया गया, जो वहां गए थे?
– बीसीसी में प्रकाशित रिपोर्ट कहती है कि जो लोग पर्यटक वीजा पर नौकरी की तलाश में पहली बार रूस की यात्रा करते हैं. उन्हें संक्षिप्त जांच के बाद एक साल का अनुबंध दिया जाता है. एक रूसी बैंक खाता दिया जाता है. फिर सेना में भर्ती कर लेते हैं. इसी वजह से दुनियाभर के कई देश अब मॉस्को पर अपने नागरिकों को वापस भेजने के लिए दबाव डाल रहे हैं, जिन्हें रूस के युद्ध लड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है.
सवाल – किन देशों के लोग इस समय रूसी सेना में भर्ती हैं?
– इसमें कई देशों के युवा शामिल हैं, जिसमें नेपाल, पाकिस्तान, बांग्लादेश, उज़्बेकिस्तान, किर्गिज़स्तान, रवांडा, बुस्र्न्दी, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, युगांडा, सोमालिया और क्यूबा के लोग हैं. अब भी रूस अफ्रीकी देशों से भाड़े के सैनिकों की तेज भर्ती कर रहा है.
रूस स्वतंत्र राज्यों के राष्ट्रमंडल (सीआईएस) में देशों से भी लोगों की भर्ती कर रहा है, जिसमें उज्बेकिस्तान और किर्गिस्तान जैसे पूर्व सोवियत गणराज्य शामिल हैं. अनुमानित तौर पर ऐसे सैनिकों की संख्या हजारों में है.
Tags: India russia, Russia, Russia ukraine warFIRST PUBLISHED : July 11, 2024, 16:43 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed